Cristiano Ronaldo ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उम्र सिर्फ एक नंबर है। 40 साल की उम्र में भी वह ना केवल टीम की कप्तानी कर रहे हैं, बल्कि खिताब भी जिता रहे हैं। रविवार, 8 जून को खेले गए नेशंस लीग के फाइनल में पुर्तगाल ने स्पेन को हराकर खिताब अपने नाम किया। मैच के बाद रोनाल्डो की आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े। उन्होंने कहा, “देश के लिए कप जीतना, मेरे करियर का सबसे बड़ा पल है।”
61वें मिनट में रोनाल्डो का गोल बना टर्निंग पॉइंट
नेशंस लीग के फाइनल मुकाबले में स्पेन ने शुरुआत में दमदार खेल दिखाया और पहले हाफ तक 2-1 की बढ़त बना ली थी। लेकिन 61वें मिनट में कप्तान Cristiano Ronaldo ने एक जबरदस्त गोल कर स्कोर 2-2 कर दिया। इसके बाद मुकाबला पेनल्टी शूटआउट तक पहुंचा, जहां पुर्तगाल ने स्पेन को 5-3 से हराकर खिताब जीत लिया।
"मैं अब करियर के अंत के करीब हूं": Cristiano Ronaldo
मैच के बाद Cristiano Ronaldo ने अपने इंस्टाग्राम पर ट्रॉफी के साथ तस्वीरें साझा कीं और मीडिया से बातचीत में कहा, “आप सभी जानते हैं कि मैं कितना बूढ़ा हो चुका हूं। मैं अब अपने करियर के अंत के करीब हूं, लेकिन जब तक इंजर्ड नहीं होता, तब तक खेलता रहूंगा।” उन्होंने आगे कहा कि क्लब स्तर पर भले उन्होंने कई खिताब जीते हों, लेकिन देश के लिए ट्रॉफी उठाना उनके लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है।
कप्तान के तौर पर फिर रच दिया इतिहास
रोनाल्डो पहले भी पुर्तगाल को यूरो कप जिता चुके हैं और अब नेशंस लीग ट्रॉफी भी उनके नाम है। 40 साल की उम्र में भी उनका फिटनेस लेवल और जज्बा युवाओं के लिए मिसाल है। यह जीत केवल पुर्तगाल के लिए नहीं, बल्कि रोनाल्डो के समर्पण और जुनून की भी जीत है। उनकी कप्तानी में टीम का ये गौरवशाली सफर आने वाले समय में यादगार बन जाएगा।