टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच 9 फरवरी से टेस्ट सीरीज शुरू हो रही है। कांटे की टक्कर वाली इस टेस्ट सीरीज में दोनों टीमों के बीच कड़ी जंग होगी। दोनों ही टीमें इस प्रतिष्ठित बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी को जीतने के लिए पूरी जी-जान लगा देंगीं, इसमें कोई शक नहीं है। ये ट्रॉफी दोनों टीमों के लिए क्या मायने रखती है, ये दोनों टीमों की तैयारियां देख कर पता चलता है।
ये ट्रॉफी जीतना दोनों टीमों के लिए नाक का सवाल बन गया है। इस महामुकाबले में बाजी किसके हाथ लगेगी, ये बताना बड़ा मुश्किल है। ये ट्रॉफी जीते कोई भी, लेकिन कांटे की टक्कर होगी, ये बात तय है। दोनों टीमों की ताकत और कमजोरियों की बात करें तो वो इस तरह है।
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भारत की बल्लेबाजी
बल्लेबाजी हमेशा से टीम इंडिया का मजबूत पक्ष रही है, भारत के पास हमेशा से मजबूत बल्लेबाजी क्रम रहा है। इस समय भी टीम में एक से बढ़कर एक बल्लेबाज हैं, यहां तक कि टीम के अनुभवहीन खिलाड़ी भी प्रतिभा के धनी हैं। टीम के पास इस समय कप्तान रोहित शर्मा, पूर्व कप्तान विराट कोहली, केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, श्रेयस अय्यर जैसे दिग्गज बल्लेबाज हैं।
वहीं दूसरी ओर उसके पास युवा शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव, ईशान किशन जैसे प्रतिभावान बल्लेबाज भी हैं। इसके अलावा आश्विन, रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल जैसे ऑलराउंडर भी हैं, जो गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी कमाल कर सकते हैं।
टीम इंडिया की गेंदबाजी
टीम इंडिया की स्पिन गेंदबाजी भी एशियाई पिचों पर उसकी बड़ी ताकत रही है। एशिया में उन्हें खेलना किसी भी टीम के बल्लेबाजों के लिए आसान नहीं रहा है, खासकर एशिया से बाहर के बल्लेबाजों के लिए। इस स्क्वॉड में भी 4 स्पिनरों को जगह दी गई है। टीम इंडिया में शामिल चारों स्पिनर आर अश्विन, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव और अक्षर पटेल का रिकॉर्ड काफी अच्छा रहा है। उनसे पार पाना किसी भी बल्लेबाज के लिए आसान नहीं रहा है। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को भी उनको खेलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
भारतीय स्पिनरों के प्रदर्शन पर इस सीरीज का निर्णय निर्भर करेगा, वो इस सीरीज का निर्णायक फैक्टर साबित होंगे। इसके अलावा पिछले कुछ सालों में टीम इंडिया ने तेज गेंदबाजों की भी अच्छी खासी फौज तैयार की है। टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों का प्रदर्शन भी शानदार रहा है। जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति के बावजूद टीम इंडिया के पास मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमेश यादव और जयदेव उनादकट जैसे अनुभवी गेंदबाज हैं, जो अपने प्रदर्शन से मैच का रुख पलटने की क्षमता रखते हैं।
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कंगारुओं की गेंदबाजी
ऑस्ट्रेलियाई टीम की सबसे बड़ी ताकत उसकी तेज गेंदबाजी रही है। ऑस्ट्रेलिया की टीम का तेज गेंदबाजी में अच्छा इतिहास रहा है। इस समय भी ऑस्ट्रेलियाई टीम में गेंदबाजों की पूरी सेना है। हालांकि पहले टेस्ट में उसके साथ स्टार्क, हेजलवुड और ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन के इंजरी की समस्या है। हेजलवुड पहले टेस्ट से बाहर हो चुके हैं, दूसरे टेस्ट में भी उनका खेलना संदिग्ध है। स्टार्क भी पहले ही नागपुर टेस्ट से बाहर हो चुके हैं। खबर है कि कैमरून ग्रीन भी पहला टेस्ट मिस करेंगे।
कंगारू टीम को इनकी कमी खलेगी। हालांकि बोलैंड कप्तान कमिंस का साथ देते हुए, उनकी कमी पूरा करने का प्रयास करेंगे। जिन्हें पहले मैच में मौका मिलने की उम्मीद जताई जा रही है, क्योंकि लांस मॉरिस के पास अनुभव की कमी है। कंगारू टीम के स्पिनरों की बात करें तो लायन और एस्टन अगर के पास अच्छा खासा अनुभव है, स्वेपसन भी एक प्रतिभशाली खिलाड़ी हैं। टॉड मर्फी के पास जरूर अनुभव की कमी है। तो वहीं जरूरत पड़ने पर यहां के टर्निंग ट्रैक पर लबुशाने और स्टीव स्मिथ भी अपने जौहर दिखाएंगे।
ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी
डेविड वॉर्नर, स्टीव स्मिथ, उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशेन और ट्रेविस हेड जैसे बल्लेबाजों की उपस्थिति से कंगारुओं का बल्लेबाजी क्रम काफी मजबूत नजर आ रहा है। इसके अलावा मैथ्यू रेनशॉ, एलेक्स कैरी, कैमरून ग्रीन और पीटर हैंड्सकॉम्ब भी अच्छी बल्लेबाजी में सक्षम हैं। जरूरत पड़ने पर कप्तान पैट कमिंस, एस्टन अगर और मिचेल स्टार्क भी बल्ले से योगदान कर सकते हैं। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के लिए समस्या ये है कि स्पिन हमेशा से उसके लिए टेढ़ी खीर रही है।
फिरकी के जाल में वो हमेशा से फंसता रहा है। हालांकि इस बार उसने इसके लिए काफी तैयारी की है। उसने अपने यहां टर्निंग ट्रैक तैयार कर उन पर खूब अभ्यास किया है। भारत आने के बाद भी वो टीम इंडिया के स्पिनरों से निपटने के लिए स्थानीय स्पिनरों की मदद भी ले रहा है, लेकिन इसका उसे कितना फायदा मिलता है, ये तो वक्त बताएगा।
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कौन हो सकता है विजेता
वैसे दोनों टीमों का आंकलन करें तो भारत का पलड़ा इस सीरीज में भारी लग रहा है, संभावना यही है कि अगर टीम इंडिया अपनी क्षमताओं के अनुरूप खेली, तो वो पिछली सीरीजों की तरह ये सीरीज भी अपने नाम करेगी। जहां तक ऑस्ट्रेलिया की बात करें तो वो आसानी से घुटने नहीं टेकेगी, और टीम इंडिया को कड़ी टक्कर देगी।
अपने जुझारूपन के लिए प्रसिद्ध ऑस्ट्रेलियाई टीम में इतना दमखम है कि अगर टीम इंडिया ने उन्हें जीतने का मौका दिया, तो वो इसे छोड़ेंगे नहीं। इस सीरीज का रिजल्ट जो हो, लेकिन एक बात तय है कि दर्शकों को कांटे के मुकाबले देखने को मिलेंगे।
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दोनों देशों के स्क्वॉड -
टीम इंडिया का स्क्वॉड-
रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल (उप-कप्तान), शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएस भरत (विकेटकीपर), ईशान किशन (विकेटकीपर), आर अश्विन, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, रवींद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमेश यादव, जयदेव उनादकट और सूर्यकुमार यादव।
ऑस्ट्रेलिया का स्क्वॉड -
पैट कमिंस (कप्तान), एस्टन एगर, एलेक्स केरी, ट्रेविस हेड, उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशेन, नाथन लायन, स्टीव स्मिथ, मिचेल स्टार्क, मिचेल स्वेपसन, डेविड वॉर्नर, स्कॉट बोलैंड, जोश हेजलवुड, लांस मॉरिस, टॉड मर्फी, मैथ्यू रेनशॉ, कैमरुन ग्रीन और पीटर हैंड्सकॉम्ब।