Nathan Lyon: वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे टेस्ट में प्लेइंग इलेवन से बाहर किए जाने पर ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर नेथन लियोन ने पहली बार प्रतिक्रिया दी है।
'मैं काफी निराश हुआ...' 13 साल बाद जब ऑस्ट्रेलिया टेस्ट टीम से ड्रॉप हुए नाथन लियोन, जाहिर किया दुख

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Nathan Lyon on being dropped: ऑस्ट्रेलिया की टीम वेस्टइंडीज के दौरे पर है जहां उन्होंने तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में मेजबान टीम का पूरी तरह से सफाया कर दिया। यह सीरीज गेंदबाजों के नाम रही, खासकर तेज गेंदबाज़ों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया की 3-0 से जीत में अहम भूमिका निभाई।
हालांकि टीम के इस विजय अभियान के बीच एक ऐसा भी फैसला हुआ जिसने कई क्रिकेट प्रेमियों को चौंका दिया था। अनुभवी स्पिनर नाथन लियोन (Nathan Lyon) को तीसरे टेस्ट से बाहर कर दिया गया। अब इस फैसले को लेकर लायन ने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी है और साफ तौर पर अपनी नाराजगी जाहिर की है।
Nathan Lyon ने जताई नाराजगी
जमैका के सबीना पार्क में खेले गए पिंक बॉल तीसरे टेस्ट मैच में नाथन लियोन (Nathan Lyon) को प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया था। यह निर्णय चयनकर्ताओं द्वारा पिच की परिस्थितियों को देखते हुए लिया गया, जिसमें तेज गेंदबाजों के लिए मदद मिलने की उम्मीद थी।
लेकिन नाथन लियोन (Nathan Lyon) इस फैसले से खुश नहीं थे। उन्होंने ईएसपीएनक्रिकइन्फो से बातचीत में कहा, “इसमें छुपने की कोई बात नहीं है, मैं इस फैसले से बेहद निराश था, लेकिन मैं इसे समझता हूं।” उनका ये बयान अभी चर्चा का विषय बना हुआ है।
"There's no point hiding behind it, I was disappointed with the decision, but I totally understood it"
— ESPNcricinfo (@ESPNcricinfo) July 29, 2025
Nathan Lyon spoke about his omission from Australia's XI at Sabina Park https://t.co/D0ifukZgAv #WIvAUS pic.twitter.com/EIHUiPNqVq
नाथन लियोन खुद को मानते है हर परिस्थिति में उपयोगी
नाथन लियोन (Nathan Lyon) ने कहा, “मैं हर परिस्थिति में खुद को उपयोगी मानता हूं और अब भी ऐसा ही महसूस करता हूं। साथ ही मैं इस बात से भी निराश था कि मैं अपने साथी मिशेल स्टार्क के 100वें टेस्ट में उनके साथ मैदान पर नहीं उतर सका। हमने करीब 90 टेस्ट साथ खेले हैं, और यह पल बेहद खास होता। लेकिन फिर भी, मैं वहां था, ड्रिंक्स लेकर दौड़ रहा था और टीम का हिस्सा बना रहा।”
स्टार्क ने रचा इतिहास, ऑस्ट्रेलिया की ऐतिहासिक जीत
तीसरे टेस्ट में मिचेल स्टार्क ने अपने 100वें मुकाबले को ऐतिहासिक रच दिया। उन्होंने टेस्ट इतिहास की सबसे तेज फाइव विकेट हॉल (5 विकेट केवल 15 गेंदों में) लेकर रिकॉर्ड कायम किया। स्टार्क ने 6 रन देकर 9 विकेट लिए और अपने 400 टेस्ट विकेट भी पूरे किए।
वेस्टइंडीज की टीम महज 27 रनों पर ढेर हो गई, जो टेस्ट इतिहास का दूसरा सबसे कम स्कोर है। वहीं, स्कॉट बोलैंड ने भी हैट्रिक लेकर इस तबाही को और बड़ा बना दिया। ऑस्ट्रेलिया ने यह मुकाबला 176 रनों से जीतकर सीरीज 3-0 से अपने नाम की और फ्रैंक वॉरेल ट्रॉफी को बरकरार रखा।
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