13 वर्षीय क्रिकेट प्रतिभा वैभव सूर्यवंशी ने विजय हज़ारे ट्रॉफी 2024-25 में बड़ौदा के खिलाफ 42 गेंदों में 71 रनों की शानदार पारी खेलकर सभी को चौंका दिया। बिहार की टीम के लिए खेलते हुए, उन्होंने अपने आक्रामक बल्लेबाज़ी कौशल का प्रदर्शन किया, जिससे टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचने में मदद मिली।
सूर्यवंशी ने अपनी पारी के दौरान कई आकर्षक शॉट्स खेले, जिसमें चौकों और छक्कों की भरमार थी। उनकी इस पारी ने न केवल मैच में बिहार की स्थिति को मजबूत किया, बल्कि उनकी व्यक्तिगत प्रतिभा को भी उजागर किया। इससे पहले, उन्होंने 13 साल और 269 दिनों की उम्र में लिस्ट-ए क्रिकेट में पदार्पण कर सबसे कम उम्र के भारतीय खिलाड़ी बनने का रिकॉर्ड अपने नाम किया था।
आईपीएल में बने थे सबसे युवा खिलाड़ी
हाल ही में आयोजित इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 की नीलामी में, राजस्थान रॉयल्स ने सूर्यवंशी को 1.1 करोड़ रुपये में खरीदा, जिससे वे आईपीएल इतिहास के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए। राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन ने उनकी प्रतिभा की प्रशंसा करते हुए कहा कि टीम को उनके कौशल पर पूरा भरोसा है और वे उनके विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
सूर्यवंशी की इस उपलब्धि ने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है, जहां इतनी कम उम्र में इस स्तर की सफलता दुर्लभ है। उनकी मेहनत, समर्पण और खेल के प्रति जुनून ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है। आने वाले समय में, उनसे और भी बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है, जिससे वे भारतीय क्रिकेट के भविष्य के सितारे बन सकते हैं। उनकी इस पारी और आईपीएल में चयन ने युवा क्रिकेटरों के लिए एक प्रेरणा का कार्य किया है, जो यह दर्शाता है कि सही मार्गदर्शन और कठिन परिश्रम से किसी भी उम्र में बड़े सपने साकार किए जा सकते हैं।
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