बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT 2024-25) के पांचवें और अंतिम टेस्ट में मेजबान ऑस्ट्रेलिया और भारत आमने-सामने थे। पहले दिन का खेल शुरू होने से पहले ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा काली पट्टी पहने नजर आए, जिसने दर्शकों और प्रशंसकों का ध्यान आकर्षित किया।
ख्वाजा के काली पट्टी पहनने को लेकर सवाल उठने लगे कि इसका कारण क्या है। दरअसल, ख्वाजा ने यह पट्टी पूर्व दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज ऐशवेल प्रिंस की पत्नी मेलिसा प्रिंस के निधन पर शोक प्रकट करने के लिए पहनी थी।
मेलिसा प्रिंस का असमय निधन
40 वर्षीय मेलिसा प्रिंस कैंसर से जूझ रही थीं और 29 दिसंबर को उनका निधन हो गया। ख्वाजा और ऐशवेल प्रिंस के बीच गहरी दोस्ती थी, जो इंग्लैंड में काउंटी चैंपियनशिप में लंकाशायर के लिए साथ खेलते समय बनी थी।
ऐशवेल प्रिंस का भावुक संदेश
अपनी पत्नी के निधन पर ऐशवेल प्रिंस ने सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश लिखा:
"आपको अपने जीवन के अंतिम कुछ महीनों में इतना दर्द सहते हुए देखना बेहद कठिन था। लेकिन हम आपको उस रूप में याद करेंगे, जैसा हमने आपको जाना था। आप एक अनमोल इंसान थीं, जिन्होंने जहां भी कदम रखा, लोगों के दिलों को खास तरीके से छुआ। हमें आपकी बेहद याद आएगी। विश्वास नहीं होता कि आप अब हमारे बीच नहीं हैं। लेकिन आपने हमारे दिलों में ऐसी छाप छोड़ी है, जिसे कभी मिटाया नहीं जा सकता। हैप्पी न्यू ईयर, मेरी जान। ऊपर आराम करें, आपके लड़के हमेशा आपसे प्यार करेंगे!"
मैदान पर भावनात्मक माहौल
मेलिसा प्रिंस को श्रद्धांजलि देने के लिए ख्वाजा ने इस संवेदनशील पल को मैदान पर व्यक्त किया। उनका यह कदम न केवल उनकी दोस्ती को दर्शाता है, बल्कि खेल के भावनात्मक पहलू को भी उजागर करता है। ख्वाजा का यह संवेदनशील कदम क्रिकेट के मैदान पर खेल भावना और मानवीय मूल्यों का एक बेहतरीन उदाहरण है।