जब 850 किमी दूर बैठे खिलाड़ी को कर लिया था प्लेइंग 11 में शामिल, पढ़ें भारत-पाकिस्तान मैच से जुड़ा दिलचस्प किस्सा

क्रिकेट में कभी-कभी ऐसा होता है, जब किसी खिलाड़ी के अनफिट हो जाने के कारण अचानक ही दूसरे खिलाड़ी को प्लेइंग इलेवन में मौका मिला हो। लेकिन क्या आप सोच सकते हैं कि क्या ऐसा हो सकता है कि कोई खिलाड़ी स्क्वॉड में भी न हो, और वेन्यू से लगभग 850 किमी दूर बैठा हो, क्या वो प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बन सकता है? आप कहेंगे ऐसा संभव नहीं है। लेकिन ऐसा हुआ है, वो भी कहीं और नहीं भारत में ही हुआ है।

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By puneet sharma
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जब 850 किमी दूर बैठे खिलाड़ी को कर लिया था प्लेइंग 11 में शामिल, पढ़ें भारत-पाकिस्तान मैच से जुड़ा दिलचस्प किस्सा

क्रिकेट में कभी-कभी ऐसा होता है, जब किसी खिलाड़ी के अनफिट हो जाने के कारण अचानक ही दूसरे खिलाड़ी को प्लेइंग इलेवन में मौका मिला हो। लेकिन क्या आप सोच सकते हैं कि क्या ऐसा हो सकता है कि कोई खिलाड़ी स्क्वॉड में भी न हो, और वेन्यू से लगभग 850 किमी दूर बैठा हो, क्या वो प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बन सकता है? आप कहेंगे ऐसा संभव नहीं है। लेकिन ऐसा हुआ है, वो भी कहीं और नहीं भारत में ही हुआ है।

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जब सैकड़ो किमी दूर बैठे पाटिल बने प्लेइंग इलेवन का हिस्सा

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ये बात है 1983 की, भारत बनाम पाकिस्तान के बीच टेस्ट सीरीज खेली जा रही थी। सीरीज का नागपुर टेस्ट शुरू होने से पहले अच्छी फॉर्म में चल रहे भारत के दिग्गज बल्लेबाज मोहिंदर अमरनाथ अनफिट हो गए। आख़िरी समय तक उन्हें मैच फिट करने की खूब कोशिश हुई। लेकिन बात नहीं बनी। सभी को उम्मीद थी कि उनकी जगह स्क्वॉड में शामिल एक अन्य ऑलराउंडर रोजर बिन्नी को प्लेइंग इलेवन में मौका दिया जाएगा।

जब टीम की प्लेइंग इलेवन की घोषणा हुई तो लोग हैरान रह गए। क्योंकि अमरनाथ की जगह रोजर बिन्नी को नहीं संदीप पाटिल को मौका दिया गया था। इसमें कोई शक नहीं कि संदीप पाटिल बहुत शानदार बल्लेबाज थे, लेकिन दिक्कत ये थी कि वो टीम का हिस्सा होना तो दूर टेस्ट वेन्यू नागपुर में भी मौजूद नहीं थे। वो तो नागपुर से लगभग 850 किमी दूर मुंबई में थे। 

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उस समय मोबाइल फ़ोन नहीं हुआ करते थे कि तुरंत खिलाड़ी से कॉन्टेक्ट कर लो। उस समय लैंडलाइन फोन हुआ करते थे, और उन पर भी आसानी से संपर्क नही हो पाता था। संदीप पाटिल के घर फ़ोन किया तो पता चला कि वो घर पर नहीं। फिर घर वाले उन्हें ढूंढने में लग गए और दूसरी ओर बोर्ड के लोग संदीप पाटिल को जल्दी से जल्दी मुंबई से नागपुर पहुंचाने के इंतजाम में लग गए। क्योंकि उस समय यातायात की सुविधाएं भी इतनी नहीं थीं, और 850 किमी की दूरी तय करना आसान नहीं था। 

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 इस काम मे सहायता की, नागपुर के एक बड़े नेता ने। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार के स्टेट प्लेन का इंतजाम करा दिया। इस बीच उधर घर वालों ने संदीप पाटिल को ढूंढ लिया। वो जहां थे वहां से सीधे सांताक्रुज एयरपोर्ट पहुंचे, उनकी क्रिकेट किट भी सीधे एयरपोर्ट पहुंचाई गई। इतनी जद्दोजहद के बाद जब वे नागपुर  स्टेडियम पहुंचे तो पहले दिन का खेल खत्म होने वाला था।

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चिंता की बात ये थी कि इस मैच में टीम इंडिया के कप्तान कपिल देव ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया था, लेकिन अच्छी बात ये हुई कि बरसात ने काफी देर खेल में बाधा डाली थी। इसलिए टीम को पहले दिन संदीप पाटिल की जरूरत नहीं पड़ी। बर्षा बाधित इस मैच में जब  पहले दिन का खेल समाप्त हुआ तो स्कोर 2 विकेट पर 92 रन था।

उस समय महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर और बैटिंग ऑलराउंडर यशपाल शर्मा क्रीज पर मौजूद थे। बड़ी कठिनाईयों के बाद प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बने संदीप पाटिल के लिए ये मैच यादगार नहीं रहा। उन्होंने इस मैच में 6 और 26  रन बनाए। उन्हें खिलाने के लिए की गई भागदौड़ काम नहीं आई,और ये मैच बेनतीजा रहा

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