KL Rahul, Kuldeep Yadav: बांग्लादेश के खिलाफ आखिरी टेस्ट 3 विकेट से जीतने के साथ ही टीम इंडिया ने सीरीज 2-0 से अपने नाम की। भारत ने पहला टेस्ट 188 रन से जीता था। इस जीत के हीरे कुलदीप यादव रहे थे। उन्होंने बांग्लादेश की पहली पारी में 2.50 की इकॉनमी से 5 और दूसरी पारी में 3.60 की इकॉनमी से 3 विकेट चटकाए थे।
हालांकि इस शानदार प्रदर्शन के बाद भी दूसरे टेस्ट में उन्हें बेंच पर बैठना पड़ा। उनकी जगह प्लेइंग 11 में तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट को जगह दी गई। सोशल मीडिया पर भारतीय टीम मैनेजमेंट के इस फैसले की काफी आलोचना भी हुई थी।
वनडे के अनुभव के आधार पर लिया फैसला
आखिरी टेस्ट और सीरीज जीतने के बाद कप्तान केएल राहुल ने खुलाया किया कि आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया था। राहुल ने कहा कि, अगर आईपीएल नियम यहां लागू होता तो मुझे कुलदीप को एक इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में लाना अच्छा लगता। यह एक कठिन निर्णय था, मुझे उस निर्णय पर कोई पछतावा नहीं है, यह सही निर्णय था।
हमें लगा कि तेज गेंदबाजों और स्पिनरों दोनों के लिए सहायक होगा। मैं सर्वश्रेष्ठ संतुलित टीम खेलना चाहता था। हमारे तेज गेंदबाजों के पास उनका हिस्सा था, उन्हें काफी मदद मिली, असंगत उछाल थी। हमने यह फैसला यहां वनडे सीरीज के अपने अनुभव के आधार पर लिया।
We felt there will be assistant for both fast bowlers and spinners. I wanted to play the best balanced team. Our fast bowlers had their share, they had a lot of assistance, inconsistent bounce. We took this decision based on our experience here in the ODI series.
— Manoj Dimri (@manoj_dimri) December 25, 2022
वनडे सीरीज में मिली हार
टेस्ट सीरीज से पहले भारत और बांग्लादेश के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज खेली गई थी। इसे मेजबान बांग्लादेश ने 2-1 से अपने नाम किया था। सीरीज के पहले दो मुकाबले शेरे बांग्ला नेशनल स्टेडियम, ढाका में खेले थे। पहले वनडे बांग्लादेश ने 1 विकेट से और दूसरा 5 रन से जीता था। वहीं आखिरी एकदिवसीय मैच भारत ने 227 रन से अपने नाम किया था।
इस मैच में टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज ईशान किशन ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की थी। उन्होंने 131 गेंदों पर 210 रन की तूफानी पारी खेली थी। वहीं विराट कोहली ने भी 91 गेंदों पर 113 रन बनाए थे। इस दोनों बल्लेबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर भारत ने बांग्लादेश को 410 रनों का लक्ष्य दिया था।