Yashasvi Jaiswal: यशस्वी जायसवाल ने अभी हाल ही में एक इंटरव्यू में कप्तानी और टी20 विश्वकप खेलने की इच्छा जताई है जो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है।
Yashasvi Jaiswal: शुभमन गिल के खराब फॉर्म के दौरान यशस्वी जायसवाल ने कप्तानी की जताई इच्छा
Yashasvi Jaiswal desire of captaincy: टीम इंडिया में नेतृत्व को लेकर चर्चा एक बार फिर तेज़ हो गई है। जहां भारतीय मैनेजमेंट लंबे समय से शुभमन गिल को ऑल-फॉर्मेट कैप्टन के रूप में तैयार कर रहा है, वहीं गिल की खराब टी20 फॉर्म ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। टेस्ट और वनडे में लगातार रन बरसाने वाले गिल की टी20 में लड़खड़ाती लय अब उनकी कप्तानी की राह में रोड़ा बनती दिख रही है। इसी बीच युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल ने अपनी खास इच्छा जाहिर कर क्रिकेट गलियारों में नई बहस छेड़ दी है।
गिल टेस्ट में 70+ और वनडे में 49 के औसत के साथ चमक रहे हैं, लेकिन टी20I में यह औसत सीधे 26.3 पर आ जाता है। साल 2025 में उन्होंने 13 टी20 इंटरनेशनल खेले और एक भी अर्धशतक नहीं लगा सके। ऐसे में संजू सैमसन और यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) जैसे विस्फोटक बल्लेबाजों की कतार उनका दबाव बढ़ा रही है। इसी माहौल में जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ने साफ कहा है कि वह मौका मिलने का इंतजार कर रहे हैं और वह मौका सिर्फ खेलने का ही नहीं, बल्कि नेतृत्व का भी हो सकता है।
Yashasvi Jaiswal ने जताई प्रबल इच्छा
यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) 2024 टी20 वर्ल्ड कप स्क्वॉड का हिस्सा थे, मगर रोहित-विराट की ओपनिंग जोड़ी के चलते उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। आजतक कॉनक्लेव में उन्होंने कहा, “मेरा सपना टी20 वर्ल्ड कप खेलना है। मैं अपने खेल पर ध्यान दे रहा हूं और सही समय का इंतजार कर रहा हूं।” इस बयान ने साफ कर दिया है कि जायसवाल न सिर्फ वापसी के लिए भूखे हैं, बल्कि वह नेतृत्व में अपनी शैली दिखाने के लिए भी तैयार हैं।

गिल की टी20 फॉर्म कप्तानी की राह में सबसे बड़ी चुनौती
शुभमन गिल को टीम इंडिया का भविष्य कप्तान माना जा रहा है। वह पहले ही वनडे और टेस्ट टीम की कमान संभाल चुके हैं। टी20 में उप-कप्तान बनाए जा चुके गिल अगले साल विश्व कप के बाद इस फॉर्मेट में कप्तानी की दावेदारी मजबूत कर सकते हैं।
लेकिन समस्या उनकी टी20 में लगातार खराब लय है। 13 मैच, 263 रन और एक भी 50 नहीं ये आंकड़े मैनेजमेंट को सोचने पर मजबूर कर रहे हैं। अगर प्रदर्शन ही कप्तानी का पैमाना है तो गिल की राह उतनी आसान नहीं रहने वाली।