Amol Muzumdar: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने साउथ अफ्रीका को हराकर वर्ल्ड कप 2025 जीतकर इतिहास रच दिया। इस ऐतिहासिक जीत का क्रेडिट काफी हद तक टीम के हेड कोच अमोल मजूमदार को जाता है।
Amol Muzumdar: कौन है अमोल मजूमदार? खुद कभी नहीं पहनी इंडियन जर्सी, आज उनकी टीम बन गई वर्ल्ड चैंपियन
Who is Amol Muzumdar: साल 1988 की बात है। मुंबई के शिवाजी पार्क में कोच रमाकांत आचरेकर की अकादमी देश के उभरते क्रिकेटरों की पहचान बन चुकी थी। इसी अकादमी में तीन युवा लड़के अपनी प्रतिभा से सबका ध्यान खींच रहे थे। ये तीन लड़के थे सचिन तेंदुलकर, विनोद कांबली और एक शांत स्वभाव का होनहार बल्लेबाज, अमोल मजूमदार।
हैरिस शील्ड टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली ने मिलकर 664 रनों की ऐतिहासिक साझेदारी की। ये रिकॉर्ड आज भी भारतीय क्रिकेट में एक सुनहरी कहानी की तरह याद किया जाता है। उस मैच में अमोल अगले नंबर पर बल्लेबाज़ी के लिए तैयार थे, लेकिन विकेट गिरा ही नहीं। टीम ने 748 रन पर पारी घोषित कर दी और अमोल पैड पहनकर ही इंतजार करते रह गए। ये इंतजार आगे चलकर उनके करियर की पहचान बन गया एक लंबा, धैर्यभरा सफर।
अमोल मजूमदार कौन हैं?
1974 में जन्मे अमोल मजूमदार (Amol Muzumdar) की परवरिश शिवाजी पार्क के पास ही हुई। यहां उन्होंने बचपन से क्रिकेट खेलते हुए अपने कौशल को विकसित किया और मुंबई की रणजी टीम के अहम स्तंभ बने। घरेलू क्रिकेट में अमोल का रिकार्ड बेहद प्रभावशाली रहा। उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 11,167 रन बनाए और रणजी ट्रॉफी में 9,000 से अधिक रन, जहां वे सिर्फ वसीम जाफर से पीछे हैं।

इसके बावजूद, अमोल मजूमदार (Amol Muzumdar) को भारत की नेशनल टीम में कभी जगह नहीं मिली। जैसे 1988 में बैटिंग का मौका नहीं मिला था, वैसे ही यहां भी इंतजार रहा लेकिन बिना किसी शिकायत के। उनका शांत स्वभाव और खेल के प्रति समर्पण ही उनकी असली ताकत बना।
खिलाड़ी से कोच बनने तक का सफर
2014 में संन्यास के बाद अमोल मजूमदार (Amol Muzumdar) कोचिंग में आए। उन्हें बोलने से ज्यादा सुनना आता था। वे खिलाड़ियों पर दबाव नहीं बनाते थे, बल्कि आत्मविश्वास देते थे। उन्होंने मुंबई और आंध्र की घरेलू टीमों को कोचिंग दी और आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के साथ भी काम किया। 2023 में बीसीसीआई ने उन्हें भारतीय महिला क्रिकेट टीम का हेड कोच नियुक्त किया। शुरुआत में सवाल उठे, लेकिन जल्द ही टीम ने उनकी सरल और स्थिर नेतृत्व शैली को अपनाया।

Amol Muzumdar को वर्ल्ड कप 2025 में मिला असली सम्मान
विमेंस वर्ल्ड कप 2025 में भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। लेकिन अमोल मजूमदार (Amol Muzumdar) ने टीम को याद दिलाया, "हम आखिर में जीतते हैं।" भारत ने शानदार वापसी की और फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराकर पहली बार महिला वर्ल्ड कप जीता।
ट्रॉफी उठते समय अमोल मजूमदार साइडलाइन पर खामोश खड़े थे, आंखें नम। उन्होंने भले ही भारत की जर्सी कभी नहीं पहनी हो, लेकिन उस दिन पूरी टीम, पूरा देश उनका था।
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