‘मैं हर लम्हा…’ अंतिम आईसीसी विश्वकप खेल रही सोफी डिवाइन ने दिया भावुक संदेश

न्यूजीलैंड की कप्तान सोफी डिवाइन ने ऐलान किया है कि आईसीसी विमेंस वर्ल्ड कप 2025 उनका आखिरी वनडे टूर्नामेंट होगा। भावुक संदेश में उन्होंने कहा कि वे इस विश्वकप के हर लम्हे को जीना चाहती हैं और अपनी 20 साल की क्रिकेट यात्रा पर गर्व महसूस करती हैं।

iconPublished: 30 Sep 2025, 08:01 PM
iconUpdated: 30 Sep 2025, 08:07 PM

Sophie Devine on her career: न्यूजीलैंड महिला क्रिकेट टीम की कप्तान सोफी डिवाइन ने अपने क्रिकेट करियर को लेकर बड़ा ऐलान किया है। 36 वर्षीय ऑलराउंडर ने साफ कर दिया है कि भारत और श्रीलंका में हो रहे आईसीसी विमेंस क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025 उनके वनडे करियर का आखिरी टूर्नामेंट होगा। करीब दो दशकों तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में चमक बिखेरने वाली डिवाइन ने कहा कि वे इस वर्ल्ड कप के हर पल को जीना चाहती हैं।

डिवाइन (Sophie Devine) ने आईसीसी मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैं इस मुकाम पर आकर बेहद संतुष्ट महसूस कर रही हूं। अब मैं चाहती हूं कि अपने आखिरी वर्ल्ड कप के हर पल को पूरी तरह एंजॉय करूं। वाइट फर्न्स और न्यूजीलैंड क्रिकेट के लिए मेरा प्यार कभी कम नहीं हुआ। जब मैंने 17 साल की उम्र में खेलना शुरू किया था, तब से लेकर आज तक यह जज्बा और भी गहरा हुआ है।”

20 साल की यादगार Sophie Devine का सफर

सोफी डिवाइन (Sophie Devine) ने अपने लंबे सफर को याद करते हुए कहा कि बीते 20 साल कब गुजर गए, उन्हें यकीन ही नहीं होता। उन्होंने कहा कि इस दौरान उन्होंने अलग-अलग भूमिकाएं निभाईं, लेकिन सबसे खास यह रहा कि वे बतौर इंसान भी काफी बदलीं। डिवाइन ने वाइट फर्न्स टीम में कई जिम्मेदारियां निभाईं और हमेशा टीम को आगे रखने की कोशिश की।

Sophie Devine poses with the trophy a day after leading New Zealand to the title, Women's T20 World Cup, Dubai, October 21, 2024

अगली पीढ़ी को दे रही हैं प्रेरणा

डिवाइन (Sophie Devine) ने बताया कि अपने अनुभव और ज्ञान को युवा खिलाड़ियों के साथ साझा करना उनके लिए बेहद सुकून भरा रहा है। उन्होंने कहा, “हम सभी चाहते हैं कि हर खिलाड़ी बेहतर बने। मैं जिस भी टीम के लिए खेलूं, मेरा मकसद हमेशा यही रहता है कि खुद को और अपने साथियों को बेहतर बनाऊं। महिलाओं के खेल में पिछले कुछ सालों में तेजी से बदलाव आया है और भविष्य की संभावनाएं असीमित हैं। इस बदलाव में अपना योगदान देना और खेल को बढ़ाना ही इस माहौल को खास बनाता है।”