Shafali Verma: विमेंस वर्ल्ड कप 2025 के फाइनल में, भारतीय सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने एक बार फिर अपनी क्षमता का परिचय दिया। तो, हमारे साथ शेफाली वर्मा की अनकही कहानियों के बारे में जानें।
Shafali Verma: भाई की जगह लड़का बनकर खेला क्रिकेट... शेफाली वर्मा के 3 ऐसे राज जो कोई नहीं जानता
Shafali Verma 3 Untold Story: आईसीसी विमेंस वर्ल्ड कप 2025 के फाइनल में आज शेफाली वर्मा ने शानदार अर्धशतक जड़कर न सिर्फ भारत को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया, बल्कि एक बार फिर साबित कर दिया कि वह महिला क्रिकेट की सबसे खास खिलाड़ियों में से एक क्यों हैं। चोटिल खिलाड़ी के रिप्लेसमेंट के तौर पर टीम में आई शेफाली की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है।
आपको बता दें कि आईसीसी विमेंस वर्ल्ड कप 2025 का फाइनल मैच 2 नवंबर को हो रहा है। इस मैच में भारत और साउथ अफ्रीका की टीमें आमने-सामने हैं। फाइनल मुकाबला नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेला जा रहा है।
रिप्लेसमेंट के रूप में आई थीं टीम में
हालांकि दिलचस्प बात ये है कि शैफाली वर्मा (Shafali Verma) शुरू में इस वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा ही नहीं थीं। उन्हें अंतिम समय में टीम में शामिल किया गया। टीम की नियमित ओपनर प्रतिका रावल लीग मैच के दौरान बांग्लादेश के खिलाफ घायल हो गईं थी। उनके टखने में चोट के बाद इवेंट की तकनीकी समिति ने शैफाली को आधिकारिक रूप से टीम से जुड़ने की अनुमति दी।
Shafali Verma ने फाइनल में खेली मजबूत पारी
घरेलू क्रिकेट और ए टीम में शेफाली वर्मा (Shafali Verma) के लगातार अच्छे प्रदर्शन ने चयनकर्ताओं को संकेत दे दिया कि वो कभी भी टीम में वापसी कर सकती हैं। सेमीफाइनल में भले ही उनका बल्ला शांत रहा हो, लेकिन फाइनल में उन्होंने आक्रामक खेल दिखाया और टीम की नींव मजबूत की। शेफाली वर्मा ने 78 गेंदों में 111.53 के स्ट्राइक रेट से 87 रन बनाए, जिसमें 7 चौके और 2 छक्के शामिल थे।
शैफाली वर्मा के 3 अनसुने किस्से
- भाई बनकर खेला क्रिकेट
8 साल की उम्र में क्रिकेट शुरू करने वाली शेफाली वर्मा (Shafali Verma) को लड़कों के टूर्नामेंट में खेलने के लिए अपने भाई का भेष बनाना पड़ता था। जब उनकी पहचान खुली और सुरक्षा कारणों से उन्हें टूर्नामेंट से बैन किया गया, तब उनके पिता ने खुद उन्हें ट्रेनिंग दी। - भारत के लिए तीनों फॉर्मेट खेलने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी
शैफाली वर्मा अपनी बेखौफ और पावर-हिटिंग शैली के लिए जानी जाती हैं। वो पुरुष और महिला दोनों कैटेगरी में सबसे कम उम्र की भारतीय बनीं, जिन्होंने टेस्ट, वनडे और टी20 तीनों इंटरनेशनल फॉर्मेट में भारत का प्रतिनिधित्व किया। - टेस्ट मैच में 3 छक्के जड़ने वाली पहली भारतीय महिला
ब्रिस्टल में 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ अपने टेस्ट डेब्यू में, शैफाली वर्मा (Shafali Verma) ने एक मैच में 3 छक्के जड़े और इतिहास रच दिया। उन्होंने उस मैच में पहली पारी में 96 और दूसरी पारी में 63 रन बनाकर सबका दिल जीत लिया।
Read More Here:
45 वर्षीय रोहन बोपन्ना ने टेनिस को कहा अलविदा, इमोशनल पोस्ट के साथ खत्म किया 22 साल का सफर