Rishabh Pant: साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे मुकाबले में 408 रनों की बड़ी हार के बाद ऋषभ पंत ने इसे निराशाजनक बताया है। उनका बयान अभी चर्चा का विषय बना हुआ है।
Rishabh Pant: 'ये थोड़ा निराशाजनक...', अफ्रीका के खिलाफ 408 रन से मिली हार के बाद ऋषभ पंत का शर्मनाक बयान वायरल
Rishabh Pant on Team India loss: ऋषभ पंत की कप्तानी में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ गुवाहाटी के मैदान में टेस्ट सीरीज़ का दूसरा मुकाबला खेला। इस मैच में भारत को 408 रनों की अपने टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी हार का सामना करना पड़ा, जिसे भारतीय फैंस शायद ही कभी भूल पाएंगे।
भारत ने यह मुकाबला गंवाकर सीरीज़ भी हाथ से खो दी, और टीम इंडिया को 2-0 से व्हाइटवॉश झेलना पड़ा। यह हार भारतीय टीम के लिए बेहद शर्मनाक मानी जा रही है, क्योंकि न सिर्फ परिणाम बड़ा था, बल्कि पूरे मैच में ऐसा लगा जैसे साउथ अफ्रीका किसी और पिच पर खेल रही थी और भारत किसी और पर। इस करारी हार के बाद कप्तान ऋषभ पंत ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बड़ा बयान दिया है।
Rishabh Pant ने हार के बाद क्या कहा?
ऋषभ पंत ने इस हार को बेहद निराशाजनक बताया है। पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में उन्होंने कहा ‘“हां, यह निश्चित तौर पर थोड़ा निराशाजनक है, लेकिन एक टीम के तौर पर हमें बेहतर होना होगा। और आपको विपक्ष को भी क्रेडिट देना चाहिए कि उन्होंने हमसे बेहतर क्रिकेट खेला। ऐसी सीरीज़ जो पहले से ही मुश्किल रही हो, उसमें अगर आप लगातार उसी पर अटके रहेंगे तो फायदा नहीं होगा। सीख लेकर टीम के रूप में आगे बढ़ना जरूरी है।”
साउथ अफ्रीका की करी तारीफ
इस सीरीज में साउथ अफ्रीका के प्रदर्शन को ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने सराहा है। उन्होंने कहा ‘साउथ अफ्रीका ने इस सीरीज़ में हमें पूरी तरह डॉमिनेट किया, लेकिन साथ ही हम क्रिकेट को हल्के में भी नहीं ले सकते। आप घर में खेल रहे हों या बाहर मानसिक रूप से साफ रहना और सही एप्रोच रखना बेहद जरूरी है। मैच में कई ऐसे मौके थे जहाँ हम विपक्ष से बेहतर स्थिति में थे, लेकिन एक टीम के रूप में हम उनका फायदा नहीं उठा पाए।

Rishabh Pant को विश्वास, सिखने से होंगे बेहतर
ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने अंत में कहा ‘लेकिन मुझे विश्वास है कि भविष्य में हम इससे सीखेंगे और बेहतर बनेंगे। हां, विपक्ष ने बेहतर क्रिकेट खेला, लेकिन क्रिकेट में आप किसी चीज़ को हल्के में नहीं ले सकते। चाहे घर हो या बाहर, क्रिकेट आपसे लगातार दृढ़ता, मेहनत और अतिरिक्त प्रयास की मांग करता है। कई मौकों पर हमें बल्लेबाजी इकाई के रूप में और टीम के तौर पर उन परिस्थितियों का फायदा उठाना चाहिए था, लेकिन हम ऐसा लंबे समय तक नहीं कर पाए।
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