न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज से पहले विजय हजारे ट्रॉफी में ऋषभ पंत का फ्लॉप प्रदर्शन जारी रहा। ओडिशा के खिलाफ वे सिर्फ 24 रन ही बना सके।
Rishabh Pant: न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज से पहले ऋषभ पंत हुए फ्लॉप, टीम इंडिया में जगह बनाना हुआ मुश्किल
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न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज से पहले ऋषभ पंत की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 में एक बार फिर उनका बल्ला खामोश रहा, जिससे भारतीय वनडे टीम में उनकी वापसी को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर चयनकर्ताओं का ध्यान खींचने का मौका पंत के पास था, लेकिन वह इसे भुना नहीं सके।
विकेटकीपर-बल्लेबाज के तौर पर ऋषभ पंत (Rishabh Pant) लंबे समय से टीम इंडिया के सीमित ओवर फॉर्मेट में वापसी की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि मिडिल ऑर्डर में कड़ी प्रतिस्पर्धा और हालिया खराब फॉर्म ने उनकी राह और मुश्किल बना दी है। ओडिशा के खिलाफ दिल्ली की ओर से खेलते हुए पंत का फ्लॉप शो इसी कड़ी का हिस्सा बन गया।
ओडिशा के खिलाफ फिर फेल हुए Rishabh Pant
विजय हजारे ट्रॉफी में ओडिशा के खिलाफ मुकाबले में ऋषभ पंत (Rishabh Pant) नंबर चार पर बल्लेबाजी करने उतरे। दिल्ली को इस मैच में एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करना था, ऐसे में पंत से बड़ी पारी की उम्मीद की जा रही थी। लेकिन वह 28 गेंदों पर सिर्फ 24 रन बनाकर आउट हो गए और टीम को संकट से उबारने में नाकाम रहे।
इस पारी के बाद पंत (Rishabh Pant) के न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए चुने जाने की संभावनाओं को बड़ा झटका लगा है। लगातार मौके मिलने के बावजूद वह अपनी छाप छोड़ने में सफल नहीं हो पा रहे हैं।
पहले भी बेंच पर बैठे रहे हैं Rishabh Pant
ऋषभ पंत आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी और साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली गई बाइलेटरल वनडे सीरीज में भारतीय स्क्वाड का हिस्सा थे, लेकिन उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली। मिडिल ऑर्डर में टीम मैनेजमेंट ने ऋतुराज गायकवाड़ और तिलक वर्मा पर भरोसा जताया, जबकि पंत को बेंच पर बैठना पड़ा।
इसी दौरान यह खबर भी सामने आई थी कि न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए पंत को टीम से बाहर किया जा सकता है। विजय हजारे ट्रॉफी उनके लिए खुद को साबित करने का बड़ा मंच थी, लेकिन वह इस मौके का फायदा नहीं उठा सके।
न्यूजीलैंड सीरीज से पहले बढ़ी पंत की टेंशन
ऋषभ पंत (Rishabh Pant) का मौजूदा विजय हजारे ट्रॉफी सीजन कुछ खास नहीं रहा है। आंध्र के खिलाफ वह सिंगल डिजिट स्कोर पर आउट हुए थे, जबकि गुजरात के खिलाफ 79 गेंदों में 70 रन की पारी जरूर खेली, लेकिन उसके बाद सौराष्ट्र और ओडिशा के खिलाफ उनकी नाकामी ने चयनकर्ताओं को सोचने पर मजबूर कर दिया है।