‘हमनें कभी नहीं सोचा था...’ इतिहास रचने से एक कदम दूर भारत की शेरनियां, रेणुका ठाकुर के परिवार ने ऐसे किया टीम को चीयर

आईसीसी महिला विश्वकप 2025 फाइनल के दौरान हिमाचल की बेटी रेणुका ठाकुर का परिवार टीवी के सामने बैठा टीम इंडिया के लिए चीयर कर रहा है।

iconPublished: 02 Nov 2025, 06:40 PM
iconUpdated: 02 Nov 2025, 06:46 PM

Renuka Thakur family cheering for Team India: आईसीसी महिला विश्वकप 2025 अपने अंतिम पड़ाव पर है, और नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में भारत और दक्षिण अफ्रीका की टीमें खिताब के लिए आमने-सामने हैं। पूरा देश इस ऐतिहासिक मुकाबले पर नज़रें गड़ाए बैठा है, लेकिन हिमाचल प्रदेश के छोटे से गांव पारसा (रोहरू) में माहौल कुछ और ही है।

यहां भारत की तेज गेंदबाज रेणुका ठाकुर सिंह का परिवार टीवी स्क्रीन से नजरें नहीं हटा पा रहा। रेणुका ठाकुर इस विश्वकप में भारत के लिए लगातार प्रभावशाली प्रदर्शन कर रही हैं। उनके परिवार के सदस्य, रिश्तेदार और गांव के लोग एक साथ बैठकर टीम इंडिया की जीत के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।

Renuka Thakur का परिवार साथ बैठ कर देख रहा मुकाबला

रेणुका ठाकुर (Renuka Thakur) की माँ ने बताया कि पूरा परिवार साथ बैठ कर मुकाबला देख रहा है और टीम इंडिया के लिए चीयर कर रहा है। रेणुका की मां सुनीता ठाकुर ने कहा “हमने देवी-देवताओं से यही प्रार्थना की है कि आज भारत जीते। हमें गर्व है कि हमारे छोटे से गांव की बेटी आज देश का नाम रोशन कर रही है।”

बचपन से ही क्रिकेट की दीवानी थीं Renuka Thakur

सुनीता ठाकुर ने याद किया कि रेणुका बचपन से ही क्रिकेट की शौकीन थीं। वह अक्सर गांव के लड़कों के साथ खेलती थीं और घर के कपड़ों से गेंद बनाकर लकड़ी के बैट से सड़क पर प्रैक्टिस करती थीं। परिवार को शुरू में अंदाजा नहीं था कि यह शौक एक दिन देश के लिए खेलने का सपना बन जाएगा।

पिता का साया जल्दी छूटा, मां बनी ताकत

रेणुका के पिता केहर सिंह ठाकुर राज्य के सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत थे, लेकिन जब रेणुका (Renuka Thakur) मात्र तीन वर्ष की थीं, तभी उनका निधन हो गया। इसके बाद मां सुनीता ठाकुर ने अकेले ही उन्हें पाला और आगे बढ़ाया। परिवार के संघर्ष ने ही रेणुका को मजबूत बनाया।

मेहनत से मिली मंजिल, पूरे गांव का गर्व बनी रेणुका

मोता ठाकुर, जो अब रिटायर्ड प्रिंसिपल हैं, ने कहा “हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारे छोटे से गांव की बेटी एक दिन भारत के लिए विश्वकप खेलेगी। उसने यह मुकाम अपनी मेहनत और संघर्ष से हासिल किया है।”
रेणुका ठाकुर ने इस विश्वकप में अब तक भारत के लिए पांच मुकाबले खेले हैं और तीन महत्वपूर्ण विकेट हासिल किए हैं। पाकिस्तान, इंग्लैंड, न्यूज़ीलैंड, बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनके प्रदर्शन ने टीम को लगातार बढ़त दिलाई है

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