Rahul Dravid: राहुल द्रविड़ ने न केवल अपने खेल स्किल से, बल्कि अपनी कोचिंग स्किल से भी लोगों का दिल जीता है। अब उनके छोटे बेटे अन्वय द्रविड़ भी अपने पिता के नक्शेकदम पर चल पड़े हैं।
46 चौके, 2 छक्के और 459 रन… पापा राहुल द्रविड़ की राह पर चला अन्वय, लगातार दूसरी बार जीता ये खिताब

Rahul Dravid Son Anvay Dravid: क्रिकेट की दुनिया में राहुल द्रविड़ का नाम सिर्फ एक खिलाड़ी का नहीं, बल्कि धैर्य, तकनीक और अटूट भरोसे की एक विरासत का प्रतीक है। अब उनकी अगली पीढ़ी भी पूरी ताकत के साथ मैदान पर उतर चुकी है।
हम बात कर रहे हैं राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के छोटे बेटे अन्वय द्रविड़ की। हाल ही में उन्हें कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) के एनुअल अवॉर्ड सेरेमनी में लगातार दूसरी बार सम्मान मिला है।
Rahul Dravid के बेटे के आंकड़े
राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के छोटे बेटे अन्वय द्रविड़ ने अंडर-16 विजय मर्चेंट ट्रॉफी में कर्नाटक के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए। उन्होंने कुल 6 मैचों की 8 पारियों में 459 रन ठोके, जिसमें 46 चौके और 2 छक्के शामिल थे। उनका औसत रहा शानदार 91.80, जिसमें दो शतक भी शामिल हैं। इस प्रदर्शन के लिए KSCA ने उन्हें ‘मोस्ट रन-स्कोरर’ अवॉर्ड से सम्मानित किया।

यह लगातार दूसरा साल है जब अन्वय द्रविड़ को इस ट्रॉफी में उनके दमदार प्रदर्शन के लिए अवॉर्ड मिला है। क्रिकेट एक्सपर्ट्स का कहना है कि उनके बल्लेबाजी स्टाइल में अपने पिता राहुल द्रविड़ की झलक साफ दिखती है – शांत, धैर्यवान और तकनीकी रूप से परफेक्ट।
मयंक अग्रवाल और आर. स्मरण को भी मिला सम्मान
अन्वय द्रविड़ के अलावा इस अवॉर्ड सेरेमनी में मयंक अग्रवाल और आर. स्मरण को भी सम्मानित किया गया। मयंक को विजय हजारे ट्रॉफी में कर्नाटक के लिए सबसे ज्यादा रन (651 रन, औसत 93) बनाने के लिए अवॉर्ड मिला। वहीं, बाएं हाथ के बल्लेबाज आर. स्मरण को रणजी ट्रॉफी में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। उन्होंने 516 रन बनाए, औसत 64.50 रहा और इसमें दो शतक शामिल थे।
केएल श्रीजीत को भी मिला सम्मान
इसके अलावा, कर्नाटक के विकेटकीपर-बल्लेबाज केएल श्रीजीत को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन (213 रन) बनाने के लिए सम्मान दिया गया।
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