R Ashwin: भारतीय महिला टीम की ऐतिहासिक विश्व कप जीत पर रविचंद्रन अश्विन ने कहा कि यह उपलब्धि देश के क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी जीतों में से एक है।
"पुरुष टीम ने भी ऐसा कभी नहीं किया…" भारतीय महिला टीम की जीत पर रविचंद्रन अश्विन का बयान वायरल
R Ashwin on Indian Women's Team: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ऐतिहासिक वर्ल्ड कप जीत के बाद पूरा देश गर्व से झूम उठा है। लेकिन इसी बीच टीम इंडिया के पूर्व स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन का एक बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। अश्विन ने महिला टीम की इस उपलब्धि को भारतीय क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी जीत करार दिया और कहा कि “यह जीत आने वाली पीढ़ियों की बेटियों के लिए प्रेरणा बनेगी।”
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि महिला टीम ने न केवल देश का नाम रोशन किया बल्कि उन्होंने वह कर दिखाया जो पुरुष टीम भी अब तक नहीं कर सकी। उन्होंने कहा, “इस जीत की सबसे खूबसूरत बात यह है कि लड़कियों ने ट्रॉफी अपने पूर्वजों मिताली राज, झूलन गोस्वामी, अंजुम चोपड़ा और रीमा मल्होत्रा के साथ साझा की। भारतीय पुरुष टीम ने ऐसा कभी नहीं किया।”
R Ashwin का वायरल बयान
अश्विन (R Ashwin) ने अपने बयान में कहा, “यह खिताब किसी भी अन्य विश्व कप जीत से बड़ा है। लड़कियों ने जो विनम्रता और सम्मान दिखाया, वह खेल भावना की मिसाल है। उन्होंने ट्रॉफी को उन दिग्गजों के नाम समर्पित किया जिन्होंने रास्ता बनाया, लेकिन खुद मंज़िल नहीं देख सकीं। यह कदम बताता है कि असली चैंपियन वही होते हैं जो दूसरों को भी साथ लेकर चलें।”

पिछली पीढ़ी को सम्मान देना सीखना चाहिए
अश्विन ने भारतीय महिला टीम के इस कदम को “दिल छू लेने वाला” बताया। उन्होंने कहा कि अक्सर खिलाड़ी अपनी पीढ़ी की उपलब्धियों की चर्चा करते हैं, लेकिन महिला टीम ने साबित किया कि “विरासत तब बनती है जब आप अपने पूर्वजों को सम्मान देते हैं।” उन्होंने हरमनप्रीत कौर की कप्तानी की भी जमकर तारीफ की और कहा कि उनकी लीडरशिप ने मुश्किल वक्त में टीम को एकजुट रखा।

R Ashwin ने मिताली राज को लेकर कही बड़ी बात
अश्विन (R Ashwin) ने बातचीत के दौरान एक पुरानी घटना याद करते हुए कहा, “2017 में जब अंबाती रायडू हैदराबाद जिमखाना मैदान में खेल रहे थे, उसी वक्त मिताली राज वहां अभ्यास कर रही थीं, लेकिन किसी को उनकी ओर ध्यान नहीं था। आज वही महिला क्रिकेट भारत को विश्व चैंपियन बना चुकी है। यह जीत सिर्फ टीम की नहीं, बल्कि उस संघर्ष की है जो सालों से अनदेखा किया गया।”
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