पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने जहां बाबर आज़म, रिजवान और शाहीन की सैलरी घटाने का फैसला किया है, वहीं सरफराज, मिस्बाह और वकार जैसे पूर्व क्रिकेटर्स बतौर मेंटॉर बिना काम किए हर महीने 50 लाख रुपये कमा रहे हैं।
बाबर, रिजवान और शाहीन का कटेगा पैसा... लेकिन मेंटॉर को हर महीने मिल रहे 50 लाख!

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Pakistan Players Pay Cut: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अपने सेंट्रली कॉन्ट्रैक्टेड खिलाड़ियों के लिए बड़े बदलाव का फैसला किया है। खबर है कि बाबर आजम, मोहम्मद रिजवान और शाहीन शाह अफरीदी जैसे दिग्गज खिलाड़ियों की सैलरी में कटौती की जाएगी।
दरअसल पिछले साल सीनियर खिलाड़ियों की मांग पर पीसीबी ने उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) से मिलने वाले राजस्व का 3% हिस्सा देने का वादा किया था, लेकिन यह व्यवस्था सिर्फ एक साल के लिए ही थी। अब खराब प्रदर्शन का ठीकरा खिलाड़ियों पर फोड़ते हुए उनका पैसा काटा जा रहा है।
खिलाड़ियों की सैलरी में कटौती, मेंटॉर की मोटी कमाई
पाकिस्तान टीम का प्रदर्शन पिछले 12 महीनों में बेहद निराशाजनक रहा है। इसी बीच PCB का खिलाड़ियों की कमाई घटाने का फैसला कई सवाल खड़े करता है। हैरानी की बात यह है कि जिन खिलाड़ियों की सैलरी में कटौती होगी, उसी समय पूर्व क्रिकेटर्स बतौर मेंटॉर करोड़ों रुपये बैठे-बैठे कमा रहे हैं।
पीसीबी ने सरफराज अहमद, मिस्बाह-उल-हक, वकार यूनिस और सकलैन मुश्ताक को चैंपियंस कप के लिए मेंटॉर नियुक्त किया था। शोएब मालिक ने बीच में इस्तीफा दे दिया, लेकिन बाकी चार अभी तक बोर्ड के पेरोल पर हैं। टूर्नामेंट जनवरी में खत्म हो गया, लेकिन इन मेंटॉर्स को हर महीने 50 लाख पाकिस्तानी रुपये (करीब 15.5 लाख भारतीय रुपये) मिल रहे हैं। यानी बोर्ड अब तक इन्हें लगभग 12 करोड़ पाकिस्तानी रुपये (करीब 4 करोड़ भारतीय रुपये) चुका चुका है वो भी बिना किसी काम के।
कॉन्ट्रैक्ट के शर्तों में फंसा है PCB
क्रिकेट पाकिस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक, PCB ने इन मेंटॉर्स के साथ जो कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है उसमें टर्मिनेशन क्लॉज मौजूद है। अगर बोर्ड इन्हें हटाता है तो प्रत्येक को 2 करोड़ पाकिस्तानी रुपये (लगभग 4 महीने की सैलरी) अतिरिक्त चुकाने होंगे। यही वजह है कि PCB इन्हें हटाने से बच रहा है। यही हाल अज़हर महमूद के साथ भी हुआ था। उन्हें पाकिस्तान का टेस्ट कोच सिर्फ इसलिए बना दिया गया ताकि 4.5 करोड़ पाकिस्तानी रुपये (करीब 1.5 करोड़ भारतीय रुपये) का सेवरेंस पैकेज न देना पड़े।
मिस्बाह और सरफराज को स्थायी मेंटॉर बनाने की योजना
PCB चारों मेंटॉर्स को हटाना नहीं चाहता। बोर्ड की योजना है कि सरफराज अहमद और मिस्बाह-उल-हक को स्थायी रूप से किसी भूमिका में रखा जाए। हालांकि अभी तक उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई है। खबर ये भी है कि दोनों की मोटी सैलरी में कटौती करने पर विचार किया जा रहा है।
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