Jitesh Sharma on Virat Kohli: जितेश शर्मा ने स्पोर्ट्स यारी को दिए इंटरव्यू में कहा कि विराट कोहली करोड़ों में एक इंसान हैं।
Jitesh Sharma: 'करोड़ों में एक इंसान...', SPORTS YAARI पर जितेश शर्मा ने विराट कोहली के लिए कही 'दिल' जीतने वाली बात
Jitesh Sharma on Virat Kohli: आईपीएल 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के लिए खेलने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज जितेश शर्मा (Jitesh Sharma) ने स्पोर्ट्स यारी को दिए इंटरव्यू में विराट कोहली (Virat Kohli) के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि विराट कोहली जैसे इंसान करोड़ों में एक होते हैं। इसके अलावा जितेश ने आईपीएल ट्रॉफी जीतने के माहौल का भी जिक्र किया।
आरसीबी के विकेटकीपर बल्लेबाज ने बताया कि कैसे उस वक्त में विराट कोहली पूरी तरह इमोशन से भरे हुए थे। वह 18 सालों से एक ही फ्रेंचाइजी के लिए खेल रहे हैं। जितेश ने बताया कि ऐसा लग रहा था कि सबकुछ पहले से ही लिखा हुआ था, जिसमें रजत पाटीदार का कप्तान बनना और मेरी तरफ से वो पारी खेलना।
विराट कोहली को बताया करोड़ों में एक इंसान (Jitesh Sharma)
जितेश शर्मा ने कहा, "आप किसी से उनकी (विराट कोहली) तुलना नहीं कर सकते, वो बहुत दयालु इंसान हैं। इतना डेडिकेशन लेकर करोड़ों में एक इंसान पैदा होता है।"

आरसीबी के लंबे वक्त ट्रॉफी जीतने पर बोले जितेश (Jitesh Sharma)
विकेटकीपर बल्लेबाज जितेश शर्मा ने कहा, "एक इंसान के तौर पर में समझ सकता हूं कि वह कि स्थिति से गुजर रहे हैं। जब आप अपनी बैटिंग स्टाइल में कुछ बदलाव करते हैं और हफ्तों के बाद भी वो नहीं होता है, तो बेताब हो जाते हैं। अब सोचिए कि उस इंसान ने 18 साल तक एक टीम के लिए खेला। कितनी बार उन्हें निराशा, बेताबी, यहां तक कि भावनात्मक असंतुलन का एहसास हुआ होगा।"
विराट कोहली के 18 सालों की बेताबी
जितेश ने बताया कि उनकी कोहली से ज्यादा बात नहीं होती थी, लेकिन वह उन्हें दूर से देखते थे। उस रात मैं अपनी वाइफ से बात कर रहा था, अपने संघर्षों के बारे में सोचा, उन सालों के बारे में जब मैं लगातार तीन सीजन तक अपनी स्टेट टीम में जगह भी नहीं बना पाया था।
जितेश ने कहा, "मैं तब भी निराश था। इसलिए जब मैं विराट भाई के बारे में सोचता हूं, 18 साल के उतार-चढ़ाव, नॉकआउट, फाइनल, दिल टूटने के बारे में, तो मुझे एहसास होता है कि उनके अंदर कितना तूफान रहा होगा।"
कोहली को खुश करना मेरे लिए बड़ा आशीर्वाद
जितेश ने आगे कहा, "मैंने उनसे (अपनी वाइफ) से कहा, अगर मैं किसी भी छोटे से तरीके से मैं उनकी जिंदगी में कोई बदलाव लाने में सफल हो सका, अगर मेरे जरिए किया गया कोई भी काम उनके लिए मददगार रहा या उसके चेहरे पर मुस्कान ला सका, तो यह मेरे लिए सबसे बड़ा आशीर्वाद होगा।"
फिर जितेश ने कहा, "मैं हमेशा सोचता हूं कि अगर कोई मुझे याद रखता है और बाद में कहता है कि जितेश की वजह से यह हो सका, तो वो मेरे लिए मायने रखता है।"
सब पहले से लिखा हुआ था
आगे बात करते हुए जितेश ने कहा, "वह सच्ची भावना थी। 18 सालों के बाद फिर से फाइनल में पहुंचना, यह तकदीर थी। मुझे लगता है जैसे ये सब ऊपर वाले ने ही लिखा था। रजत का कप्तान बनना, मेरा वो पारी खेलना, सभी का सही वक्त पर फॉर्म में आना, ये सब विराट भाई के लिए ही लिखा था।"