Gautam Gambhir: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज से पहले कोच गौतम गंभीर ने बड़ा बयान दिया है जो अभी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
Gautam Gambhir: ‘मुझे सबसे सफल कोच…’ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज से पहले गौतम गंभीर ने कोचिंग पर दिया अटपटा बयान
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भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू होने वाली टी20 सीरीज से पहले एक ऐसा बयान दिया है जो क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बन गया है। गंभीर का कहना है कि उनका लक्ष्य “सबसे सफल कोच” बनना नहीं है, बल्कि वह ऐसी टीम बनाना चाहते हैं जो “हार से न डरे और निडर होकर खेले।”
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 29 अक्टूबर से शुरू होने वाली पांच मैचों की टी20 सीरीज टी20 वर्ल्ड कप 2026 की तैयारी के लिहाज से बेहद अहम मानी जा रही है। गंभीर ने जियोहॉटस्टार से बातचीत में कहा कि उनकी कप्तान सूर्यकुमार यादव से यही सहमति हुई है कि टीम को नतीजे की परवाह किए बिना आक्रामक और आत्मविश्वास के साथ खेलना है।
Gautam Gambhir का बड़ा बयान
गंभीर (Gautam Gambhir) ने कहा, “हमारी पहली बातचीत में ही यह बात तय हो गई थी कि हम हारने से नहीं डरेंगे। मेरा लक्ष्य सबसे सफल कोच बनना नहीं है। मैं चाहता हूं कि भारत दुनिया की सबसे निडर टीम बने।” गंभीर का यह बयान उनके कोचिंग दर्शन को साफ तौर पर दर्शाता है—जहां जीत से ज्यादा अहम है, मैदान पर आत्मविश्वास और निर्भीकता से खेलना। उन्होंने कहा कि भारतीय क्रिकेट को अब नई सोच की जरूरत है, जो सिर्फ जीत-हार तक सीमित न रहे बल्कि खेलने की मानसिकता बदल दे।

Gautam Gambhir ने सूर्यकुमार यादव की करी तारीफ
गंभीर (Gautam Gambhir) ने कप्तान सूर्यकुमार यादव की जमकर सराहना की और कहा कि यह पूरी तरह उनकी टीम है। उन्होंने कहा, “सूर्या बहुत अच्छा इंसान है और अच्छे लोग ही अच्छे लीडर बनते हैं। मेरी भूमिका सिर्फ सलाह देने तक सीमित है, असली निर्णय सूर्या लेते हैं। उनका जोश और सकारात्मक रवैया इस टीम की सबसे बड़ी ताकत है।” गंभीर ने यह भी कहा कि सूर्या का मैदान के बाहर का शांत और मिलनसार स्वभाव ही उन्हें मैदान पर आक्रामक और आत्मविश्वासी बनाता है।

गलतियों से डरने की जरूरत नहीं बोले Gautam Gambhir
गंभीर (Gautam Gambhir) ने स्पष्ट किया कि निडर क्रिकेट की इस यात्रा में खिलाड़ियों से गलतियां होंगी और यह पूरी तरह स्वीकार्य है। उन्होंने कहा, “मैंने एशिया कप फाइनल में खिलाड़ियों से कहा था कि अगर कैच छूटता है, गलत शॉट लगता है या गेंदबाजी में चूक होती है तो कोई बात नहीं। इंसान गलतियां करता है। जरूरी यह है कि हम डर के बिना खेलें।” गंभीर ने कहा कि जितना बड़ा मैच होगा, उतना ही भारत को आक्रामक होकर खेलना होगा, क्योंकि रुढ़िवादी सोच से सिर्फ विपक्षी टीम को फायदा होता है।
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