Khaleda Zia: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया के निधन के बाद पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। इस दुखद घटना के कारण बांग्लादेश प्रीमियर लीग के डबल-हेडर मैचों को टाल दिया गया है।
पूर्व PM खालिदा जिया के निधन से थमा बांग्लादेश प्रीमियर लीग का रोमांच, टल गए आज के डबल-हेडर मुकाबले
BPL Tuesday Double-Header Cancelled: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया (Khaleda Zia) के निधन के बाद देश में शोक का माहौल है और इसका असर क्रिकेट पर भी देखने को मिला है।
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) ने मंगलवार, 30 दिसंबर को बड़ा फैसला लेते हुए बांग्लादेश प्रीमियर लीग (BPL) के लिए तय दोनों मुकाबलों को स्थगित कर दिया। ये निर्णय पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया (Khaleda Zia) को श्रद्धांजलि देने और राष्ट्रीय शोक के सम्मान में लिया गया।
डबल-हेडर मैच को कर दिया गया स्थगित
बीपीएल के आधिकारिक शेड्यूल के अनुसार, 30 दिसंबर को सिलहट इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में दो मुकाबले (डबल हेडर) खेले जाने थे। पहले मैच में सिलहट टाइटंस का मुकाबला चट्टोग्राम रॉयल्स से होना था, वहीं शाम के सत्र में ढाका कैपिटल्स और रंगपुर राइडर्स के बीच रोमांचक भिड़ंत तय थी।
मैच शुरू होने से कुछ ही घंटे पहले बीसीबी ने आधिकारिक सूचना जारी कर बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए आज का खेल नहीं होगा। बोर्ड ने साफ किया कि ये मैच पूरी तरह रद्द नहीं किए गए हैं, बल्कि इन्हें री-शेड्यूल किया गया है। इनकी नई तारीखों और समय की घोषणा जल्द ही की जाएगी।
क्रिकेट के बुनियादी ढांचे में था Khaleda Zia का अहम योगदान
खालिदा जिया (Khaleda Zia) को याद करते हुए बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें देश में क्रिकेट के उत्थान का एक बड़ा सूत्रधार बताया। बोर्ड ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, "क्रिकेट की प्रगति के लिए बेगम खालिदा जिया का आशीर्वाद और अटूट समर्थन सदैव बोर्ड को मिलता रहा। प्रधानमंत्री रहते हुए उन्होंने जिस तरह से क्रिकेट इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया और इस खेल को राष्ट्रव्यापी पहचान दिलाई, उसके लिए बांग्लादेशी क्रिकेट हमेशा उनका आभारी रहेगा।"
कैसे हुआ खालिदा का निधन
बता दें कि बेगम खालिदा जिया (Khaleda Zia) का मंगलवार, 30 दिसंबर तड़के ढाका के एवरकेयर अस्पताल में 80 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के अनुसार, उन्होंने सुबह करीब 6 बजे, फज्र की नमाज के कुछ देर बाद अंतिम सांस ली। वो लंबे समय से कई बीमारियों से जूझ रही थीं और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था पूर्व प्रधानमंत्री के निधन के बाद पूरे बांग्लादेश में शोक की लहर है। राजनीतिक, सामाजिक और खेल जगत की कई हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
Read More Here:
Commonwealth Games 2030 की मेजबानी भारत को मिली, अहमदाबाद में होगा ये आयोजन