एशेज 2025-26 के मेलबर्न टेस्ट में इंग्लैंड की जीत के बावजूद कप्तान बेन स्टोक्स पिच से नाराज़ दिखे। सिर्फ दो दिन में खत्म हुए मुकाबले और 36 विकेट गिरने के बाद स्टोक्स ने पिच की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए इसे टेस्ट क्रिकेट के लिए ठीक नहीं बताया।
Ben Stokes: जीत के बाद भी भड़के बेन स्टोक्स, मेलबर्न की पिच को लेकर उठाए सवाल; सिर्फ 2 दिन में खत्म हुआ मुकाबला
Ben Stokes on Melbourne pitch: एशेज 2025-26 के चौथे टेस्ट में इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को चार विकेट से हराकर शानदार जीत दर्ज की, लेकिन इस जीत के बाद भी इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स संतुष्ट नजर नहीं आए। मैच का नतीजा जितना चर्चा में रहा, उससे कहीं ज्यादा सुर्खियां मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड की पिच ने बटोरी, जहां मुकाबला महज दो दिन में ही खत्म हो गया।
दो दिन के भीतर 36 विकेट गिरने वाले इस टेस्ट ने क्रिकेट जगत में पिच की गुणवत्ता को लेकर बहस छेड़ दी है। खुद कप्तान बेन स्टोक्स (Ben Stokes) ने जीत के बावजूद पिच को आड़े हाथों लेते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी और मैच रेफरी को कड़ी फीडबैक देने के संकेत भी दिए।
Ben Stokes ने मेलबर्न टेस्ट की पिच पर क्या कहा
मैच के बाद बेन स्टोक्स (Ben Stokes) ने साफ शब्दों में कहा कि ऐसी पिच टेस्ट क्रिकेट के लिए सही नहीं है। उन्होंने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो आप ऐसी पिच नहीं चाहते। बॉक्सिंग डे टेस्ट दो दिन में खत्म हो जाए, यह ठीक नहीं है। अगर दुनिया के किसी और हिस्से में ऐसा होता तो नरक मच जाता। टेस्ट मैच पांच दिन तक चलना चाहिए, हालांकि हमने हालात के अनुसार खेलकर अपना काम पूरा कर लिया।”
दो दिन में खत्म हुए टेस्ट ने बढ़ाई चिंता
इस एशेज सीरीज में यह दूसरा मौका है जब कोई टेस्ट दो दिन के भीतर समाप्त हुआ। इससे पहले पर्थ टेस्ट भी इसी तरह जल्दी खत्म हो गया था। 1912 के बाद यह पहला अवसर है जब एक ही टेस्ट सीरीज में दो मुकाबले महज दो दिन में समाप्त हुए हों। मेलबर्न की पिच पर अत्यधिक सीम मूवमेंट देखने को मिली, जिससे बल्लेबाजों के लिए टिकना बेहद मुश्किल हो गया।
93 साल बाद बिना अर्धशतक वाला टेस्ट
मेलबर्न टेस्ट ने एक और हैरान करने वाला रिकॉर्ड बनाया। यह 1932 के बाद ऑस्ट्रेलिया में खेला गया पहला टेस्ट था, जिसमें कोई भी बल्लेबाज अर्धशतक तक नहीं पहुंच सका। गेंद लगातार सीम और उछाल ले रही थी, जिसके चलते बल्लेबाज पूरी तरह बेबस नजर आए।
पिच पर ज्यादा घास और मौसम बना वजह
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड के क्यूरेटर मैट पेज ने पिच पर करीब 10 मिलीमीटर घास छोड़ी थी। इसके साथ ही ठंडे मौसम ने गेंदबाजों की मदद और बढ़ा दी। इसके उलट 2024 में भारत-ऑस्ट्रेलिया बॉक्सिंग डे टेस्ट के दौरान पिच पर सिर्फ 7-8 मिलीमीटर घास थी और गर्म मौसम में वह मुकाबला पूरे पांच दिन तक चला था। कुल मिलाकर, इंग्लैंड ने भले ही मुकाबला जीत लिया हो, लेकिन बेन स्टोक्स (Ben Stokes) का गुस्सा यह साफ संकेत देता है कि टेस्ट क्रिकेट की गुणवत्ता और संतुलन को लेकर सवाल अब और तेज होने वाले हैं।
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