इंग्लैंड के खिलाफ ऋषभ पंत की चोट से सबक लेते हुए बीसीसीआई ने एशिया कप 2025 से पहले नियमों में बड़ा बदलाव किया है, ताकि खिलाड़ियों को गंभीर चोट की स्थिति में राहत मिल सके।
ऋषभ पंत की चोट से सीखा सबक, एशिया कप से पहले BCCI ने बनाया नियम; चोटिल खिलाड़ियों को राहत

BCCI New Rule after Rishabh Pant Injury: इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में जब ऋषभ पंत को पैर और क्रिस वोक्स को कंधे में गंभीर चोट लगी थी, तब ऐसे मामलों में रिप्लेसमेंट खिलाड़ी की जरूरत को लेकर चर्चा तेज हो गई थी। इन्हीं हालात को ध्यान में रखते हुए बीसीसीआई ने एशिया कप 2025 से पहले अपने नियमों में बड़ा बदलाव किया है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने आगामी 2025-26 डोमेस्टिक सीजन से पहले अपने खेल नियमों में बड़ा बदलाव किया है। बीसीसीआई ने घोषणा की है कि अब मल्टी-डे क्रिकेट में गंभीर चोट रिप्लेसमेंट का प्रावधान लागू किया जाएगा।
BCCI द्वारा लागु क्या है नया नियम?
क्रिकबज के रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई (BCCI) के नए प्रावधान के तहत अगर किसी खिलाड़ी को मैच के दौरान गंभीर चोट लगती है, तो टीम को उसके स्थान पर समान भूमिका निभाने वाला खिलाड़ी रिप्लेसमेंट के तौर पर शामिल करने की अनुमति मिलेगी। यह प्रक्रिया कन्कशन सब्स्टीट्यूशन की तरह होगी।
इसके लिए ऑन-फील्ड अंपायर और मैच रेफरी की मंजूरी जरूरी होगी और वे फैसला लेने से पहले डॉक्टर से भी परामर्श कर सकते हैं। बीसीसीआई ने यह भी स्पष्ट किया है कि एक बार रिप्लेसमेंट होने के बाद घायल खिलाड़ी मैच में आगे हिस्सा नहीं ले सकेगा, हालांकि रिकॉर्ड और आंकड़ों में घायल खिलाड़ी और उसका रिप्लेसमेंट दोनों प्रतिभागियों के रूप में दर्ज किए जाएंगे।
किस टूर्नामेंट से नए नियम होंगे लागू?
गंभीर चोट रिप्लेसमेंट नियम केवल मल्टी-डे क्रिकेट घरेलू टूर्नामेंटों में लागू होगा। यह रणजी ट्रॉफी और सीके नायडू ट्रॉफी जैसे लंबे प्रारूपों के टूर्नामेंट में इस्तेमाल किया जाएगा। वहीं व्हाइट-बॉल फॉर्मेट्स जैसे सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी में यह नियम लागू नहीं होगा। अभी तक इस बात पर भी संशय है कि भविष्य में यह नियम आईपीएल में लागू होगा या नहीं।
अन्य नियमों में भी होंगे बदलाव
बीसीसीआई ने गंभीर चोट रिप्लेसमेंट के अलावा अन्य नियमों में भी संशोधन किया है। अगर कोई बल्लेबाज बिना वैध कारण के रिटायर होता है तो अब उसे ‘रिटायर्ड आउट’ माना जाएगा। ऐसे खिलाड़ी को विरोधी कप्तान की सहमति से भी दोबारा बल्लेबाजी करने की अनुमति नहीं मिलेगी। इसके अलावा जानबूझकर छोटे रन के मामलों को लेकर भी नियमों को और सख्त किया गया है।
Read More Here: