BCCI: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने घरेलू क्रिकेट में बड़े बदलाव किए हैं। दलीप ट्रॉफी 2025 से पहले बीसीसीआई ने 'जानबूझकर कम रन' और 'रिटायर्ड आउट' जैसे नियमों में बड़े बदलाव किए हैं।
BCCI ने बदले क्रिकेट के नियम... शॉर्ट रन से लेकर रिटायर्ड आउट तक में बदलाव, जानें क्या हैं नए रूल्स?

BCCI New Rules in Domestic Cricket: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने घरेलू क्रिकेट को ज्यादा मजबूत और निष्पक्ष बनाने के लिए कई अहम नियमों में बदलाव किए हैं। दलीप ट्रॉफी 2025 से पहले लागू होने वाले ये नियम न सिर्फ खिलाड़ियों की रणनीति बदलेंगे, बल्कि खेल को और भी दिलचस्प बना देंगे।
ये बदलाव खास टूर पर 'जानबूझकर शॉर्ट रन', 'रिटायर आउट' और वनडे मैचों में गेंद के इस्तेमाल से जुड़े हैं। इन नए नियमों से बल्लेबाजों के लिए अब चीटिंग करना आसान नहीं होगा और गेंदबाजों को नई रणनीति अपनाने का मौका मिलेगा।
अब नहीं चलेगी बल्लेबाज की चालाकी
अक्सर देखा जाता है कि टी20 और दूसरे फॉर्मेट में बल्लेबाज जानबूझकर क्रीज पर नहीं दौड़ते ताकि अगली गेंद पर सेट बल्लेबाज को स्ट्राइक मिल सके। BCCI के नए नियम से इस पर पूरी तरह से रोक लग जाएगी। अब अगर कोई बल्लेबाज ऐसा करता है, तो उसके द्वारा बनाए गए रन रद्द कर दिए जाएंगे और विरोधी टीम को 5 पेनल्टी रन मिलेंगे। इतना ही नहीं, अब फील्डिंग कप्तान के पास यह तय करने का अधिकार होगा कि अगली गेंद पर कौन सा बल्लेबाज स्ट्राइक लेगा।

इस नियम के तहत, अंपायर सबसे पहले उस गेंद पर बने सभी रन रद्द कर देगा। जरूरत पड़ने पर नो-बॉल या वाइड का भी इशारा करेगा। इसके बाद, मैच के बाद मैच रेफरी को भी घटना की सूचना दी जाएगी।
BCCI का 'रिटायर्ड आउट' पर नया नियम
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने बल्लेबाज के रिटायरमेंट के नियम को भी और सख्त कर दिया है। अब अगर कोई बल्लेबाज चोट या बीमारी के अलावा किसी और वजह से मैदान छोड़ता है, तो उसे तुरंत 'रिटायर्ड आउट' माना जाएगा। इसका मतलब है कि बल्लेबाज दोबारा पारी खेलने नहीं लौट पाएगा, भले ही विरोधी कप्तान इसके लिए राजी हो। उसकी पारी स्कोरबुक में 'रिटायर्ड आउट' के तौर पर दर्ज होगी। यह नियम सभी फॉर्मेट के मैचों में लागू होगा।

विजय हजारे ट्रॉफी में गेंद का नया नियम
घरेलू वनडे क्रिकेट में भी एक बड़ा बदलाव किया गया है। अब तक एक पारी में दोनों छोर से दो नई गेंदों का इस्तेमाल होता था। लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के नए नियम के मुताबिक, पहले 34 ओवर तक दोनों गेंदों का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके बाद, 34वें ओवर के बाद फील्डिंग करने वाली टीम को उनमें से एक गेंद चुननी होगी और पारी के बाकी ओवरों में उसी का इस्तेमाल किया जाएगा। इस बदलाव का मकसद रिवर्स स्विंग को फिर से खेल का हिस्सा बनाना है, क्योंकि रिवर्स स्विंग पुरानी गेंद से ही संभव है।
Read More Here:
Cristiano Ronaldo भारत में कब एक्शन में दिखेंगे? एफसी गोवा से भिड़ेगी अल-नस्र, तारीख कर लें नोट