Why did Virat Kohli retire from Tests: भारतीय क्रिकेट टीम के मॉर्डन सुपरस्टार खिलाड़ी विराट कोहली (Virat Kohli) ने सोमवार को टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया। किंग कोहली ने अचानक ही टेस्ट को अलविदा कहकर वर्ल्ड क्रिकेटर को स्तब्ध कर दिया। टीम इंडिया को अगले ही महीने इंग्लैंड के एक बहुत बड़े और चुनौतीपूर्ण दौरे के लिए जाना था और इस दौरे के बीच में उन्होंने संन्यास का फैसला कर हर किसी को बड़ा झटका दिया है।

Virat Kohli के रिटायरमेंट के पीछे क्या हो सकती है वजह?

विराट कोहली (Virat Kohli) एक चुस्त और पूरी तरह से फिट दिखायी दे रहे हैं और आईपीएल में उनकी फॉर्म भी जबरदस्त नजर आ रही है। इस बेहतरीन फॉर्म और फिटनेस के बावजूद कोहली के संन्यास पर हर कोई हैरान है। आखिर किंग कोहली ने क्यों संन्यास का ऐलान कर दिया। इसके पीछे वैसे टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर से अनबन और टीम की कप्तानी जैसी जिसे बतायी जा रही है। लेकिन इसके पीछे एक बड़ी वजह है जिससे लोग अनजान है।

क्यों विराट कोहली हुए टेस्ट में संन्यास को मजबूर?

जी हां..... भले ही विराट कोहली के संन्यास के पीछे अलग-अलग वजह बतायी जा रही हो, लेकिन वास्तविक वजह कुछ और ही जिससे उन्हें टेस्ट से संन्यास लेने पर मजबूर होना पड़ा। चलिए आपको बताते हैं वो वजह जिसने विराट कोहली को संन्यास लेने के लिए मजबूर कर दिया।

विराट 2020 के बाद टेस्ट में खोते रहे अपनी लय

विराट कोहली (Virat Kohli) वो खिलाड़ी हैं जिनसे वर्ल्ड क्रिकेट में कई सालों तक अपना जलवा दिखाया। किंग कोहली ने 2011 में डेब्यू किया और इसके बाद 2014 से 2020 तक उनका गोल्डन टाइम रहा। इस दौरान उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में एक से एक कीर्तिमान स्थापित किए। जहां उन्होंने अपनी फॉर्म से लगातार रनों का अंबार लगाया। लेकिन इसके बाद विराट कोहली के बल्ले की धार अचानक ही कुंद पड़ गई। किंग कोहली को इसके बाद लगातार निराश होना पड़ा। साल 2020 से लेकर अब तक यानी 2025 तक उनके बल्ले से कुछ पारियों को छोड़ दें तो ज्यादातर मौकों पर वो बुरी तरह से नाकाम रहे।

विराट कोहली का 2020 से लगातार रहा खराब प्रदर्शन

विराट कोहली (Virat Kohli) के लिए 2024 तो और भी ज्यादा खराब रहा, जहां वो घर में न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में बहुत ही परेशान दिखे। तो इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर भी पहले टेस्ट मैच में शतक के बाद उनका बल्ला खामोश ही रहा। जनवरी 2020 से लेकर जनवरी 2025 तक की बात करें तो किंग कोहली ने 39 टेस्ट मैच खेले। जिसमें उन्होंने कुल 2028 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत भी काफी एवरेज रहा औरर वो केवल 30.72 की औसत से ही रन बना सके। इन 39 टेस्ट में वो सिर्फ 3 शतक लगा सके। अपनी इस लगातार फ्लॉप शो और खराब फॉर्म को देखते हुए उन्होंने टेस्ट क्रिकेट फॉर्मेट से दूर होने का फैसला किया।

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