Rishabh Pant: ऋषभ पंत ने हेडिंग्ले टेस्ट में दोनों पारियों में शतक लगाकर खूब सुर्खियां बटोरीं। लेकिन अब उनको लेकर एक विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, आईसीसी ने उन्हें कोड ऑफ कंडक्ट आर्टिकल 2.8 के उल्लंघन का दोषी पाया है।
क्या है ICC कोड ऑफ कंडक्ट आर्टिकल 2.8? जिसके उल्लंघन पर ऋषभ पंत सुनाई गई सजा!

What is Article 2.8 of the ICC Code of Conduct: भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला बेहद रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुका है। यह टेस्ट मैच 20 जून से लीड्स के हेडिंग्ले क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जा रहा है। जिसमें ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने शानदार बल्लेबाजी की और दोनों पारियों में शतक जड़कर खूब सुर्खियां बटोरीं। लेकिन अब इस मैच के पांचवें दिन से पहले पंत एक अलग ही मामले में सुर्खियों में आ गए हैं। जिसके लिए इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने उन्हें फटकार लगाई है।
दरअसल, हेडिंग्ले टेस्ट के तीसरे दिन ऋषभ पंत ने अंपायर के सामने गलत व्यवहार किया। जिसके लिए आईसीसी ने उन्हें कोड ऑफ कंडक्ट आर्टिकल 2.8 के तहत दोषी ठहराया है। अब क्रिकेट फैंस इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि आखिर यह आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट आर्टिकल 2.8 क्या है? हमारे साथ जानिए आर्टिकल 2.8 का पूरा मतलब।
क्या है पूरा मामला?
हेडिंग्ले टेस्ट के तीसरे दिन इंग्लैंड की पहली पारी के 60.6वें ओवर में मोहम्मद सिराज की गेंद पर ब्रूक ने डिफेंड किया, लेकिन इसके बाद ऋषभ पंत ने अंपायर से गेंद की शिकायत की। गेंद को गेज में डालकर चेक किया गया, जिससे पंत नाराज हो गए और उन्होंने गुस्से में गेंद फेंक दी।

इस घटना के बाद अंपायरों ने आईसीसी को रिपोर्ट भेजी। पंत पर आचार संहिता के अनुच्छेद 2.8 के उल्लंघन का आरोप लगा। उन्होंने अपनी गलती मान ली और मैच रेफरी रिची रिचर्डसन द्वारा दी गई सजा भी स्वीकार कर ली, जिससे सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी।
क्या है ICC कोड ऑफ कंडक्ट आर्टिकल 2.8?
ऋषभ पंत को खिलाड़ियों और खिलाड़ी सहायक कर्मियों के लिए आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट आर्टिकल 2.8 का उल्लंघन करते हुए पाया गया है। यह आर्टिकल "इंटरनेशनल मैच के दौरान अंपायर के निर्णय पर असहमति दिखाने" से संबंधित है। इस घटना के परिणामस्वरूप, उल्लंघन का दोषी पाए जाने वाले खिलाड़ी के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट पॉइंट भी जोड़ा जाता है।
डिमेरिट पॉइंट्स का क्या मतलब है?
खिलाड़ी की गलती पर मिलने वाले पॉइंट जो उसके खराब व्यवहार को दिखाते हैं। अगर कोई खिलाड़ी मैदान पर नियम तोड़ता है या गलत व्यवहार करता है, तो आईसीसी उसे डिमेरिट पॉइंट्स दे देती है। अब आसान भाषा में समझिए:
- अगर किसी खिलाड़ी को 24 महीने के अंदर 4 या उससे ज्यादा डिमेरिट पॉइंट्स मिल जाते हैं, तो ये सस्पेंशन पॉइंट्स में बदल दिए जाते हैं।
- 2 सस्पेंशन पॉइंट्स का मतलब होता है, उस खिलाड़ी को 1 टेस्ट या 2 वनडे या 2 टी20 इंटरनेशनल मैच खेलने से रोक दिया जाएगा, जो भी मैच पहले आए।
- डिमेरिट पॉइंट्स 2 साल (24 महीने) तक रिकॉर्ड में रहते हैं। इसके बाद खुद ही हट जाते हैं।
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