Virat Kohli scored a century in Perth: आज विराट कोहली ने एक और ऐतिहासिक शतक बनाकर दुनिया को अपनी काबिलियत का एहसास कराया। उनके बल्ले से निकला यह शतक न केवल उनके व्यक्तिगत करियर के लिए महत्वपूर्ण था, बल्कि इसने भारतीय टीम को भी मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया। करीब 500 दिनों बाद टेस्ट क्रिकेट में शतक बनाकर विराट ने यह साबित कर दिया कि वह अभी भी अपने बेहतरीन फॉर्म में हैं। इस शतक ने कई तरह से खासियत दिखाई और टीम इंडिया के लिए एक टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। आइए जानते हैं, विराट का यह शतक क्यों इतना खास था।
Virat Kohli's bat's magic worked again
विराट कोहली का शतक, यशस्वी जायसवाल के शतक के बाद आया, और इसने भारत को एक मजबूत स्थिति में पहुंचाया। जायसवाल ने पहले पारी में शानदार शतक लगाकर भारत को एक बेहतरीन शुरुआत दी थी, और विराट ने अपनी पारी के दौरान उस आधार को और मजबूत किया। विराट ने 143 गेंदों पर 100 रन बनाए, और उनकी पारी ने भारत को 487/6 के स्कोर तक पहुंचाया। इस पारी के साथ भारत ने अपने खेल को और मजबूती से पेश किया, और फिर कप्तान ने पारी की घोषणा कर दी।
विराट का 81वां शतक
यह शतक विराट कोहली के टेस्ट करियर का 81वां शतक था, और यह उनके लम्बे और शानदार क्रिकेट करियर का एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ। 500 दिनों के बाद उन्होंने शतक जड़ा, जो इस बात को साबित करता है कि विराट अपनी तकनीक और खेल मानसिकता में पूरी तरह से सटीक बने हुए हैं। उन्होंने अपने खेल में धैर्य और आत्मविश्वास बनाए रखा, और पिच की चुनौतीपूर्ण स्थितियों के बावजूद शानदार बल्लेबाजी की। उनका यह शतक भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए एक खास पल था, जो उनके निरंतर प्रयासों और संघर्ष को दर्शाता है।
विराट कोहली का यह शतक भारतीय टीम के लिए महत्वपूर्ण था, क्योंकि इसने पिच की कठिन परिस्थितियों में भी टीम को मजबूती दी। उनकी पारी ने न केवल मैच में भारत को अच्छा स्कोर दिलाया, बल्कि यह दिखाया कि भारत की बल्लेबाजी में अब भी वही पुराना जादू है। विराट का यह शतक टीम इंडिया के आत्मविश्वास को बढ़ाने में मददगार रहा, और उनकी पारी ने बाकी युवा बल्लेबाजों नीतीश रेड्डी जैसी को भी प्रेरित किया। यह शतक विराट कोहली के लिए एक नई शुरुआत का संकेत है, जो उनके शानदार करियर के अगले अध्याय की ओर इशारा करता है।
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