IND vs ENG: बर्मिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के लिए भारतीय टीम के चयन को लेकर क्रिकेट जगत में बहस तेज हो गई है। पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने कुलदीप यादव को टीम से बाहर रखने के फैसले पर कड़ी नाराजगी जताई है।
IND vs ENG 2nd Test: रवि शास्त्री के बाद अब सुनील गावस्कर का टीम मैनेजमेंट पर फूटा गुस्सा, प्लेइंग XI पर खड़े किए सवाल

Sunil Gavaskar on Team India Management: भारत और इंग्लैंड के बीच एजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड पर दूसरा टेस्ट मैच खेला जा रहा है। यह टेस्ट मैच 2 जुलाई से शुरू हुआ है। दूसरे टेस्ट में भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। जिस पर कई भारतीय दिग्गज अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। पहले रवि शास्त्री का बयान वायरल हुआ और अब सुनील गावस्कर टीम इंडिया के मैनेजमेंट पर भड़के हैं।
दरअसल, सुनील गावस्कर ने कुलदीप यादव को टीम से बाहर रखने के फैसले पर कड़ी नाराजगी जताई है। दूसरे टेस्ट में जसप्रीत बुमराह को आराम दिया गया था, जिसके बाद उम्मीद थी कि कुलदीप यादव को मौका मिलेगा। बता दें कि लीड्स में भारतीय तेज गेंदबाजों का प्रदर्शन खराब रहा था। जिसके बाद क्रिकेट पंडितों का मानना था कि टीम को एक आक्रामक स्पिनर की सख्त जरूरत है।
रवि शास्त्री ने भी जताई नाराजगी
जसप्रीत बुमराह को वर्कलोड के चलते एजबेस्टन टेस्ट से बाहर रखा गया था। जिसके बाद रवि शास्त्री ने अपनी नाराजगी जाहिर की और टीम मैनेजमेंट पर कटाक्ष किया। एक लाइव शो पर बात करते हुए उन्होंने कहा, "जब आपके पास दुनिया का सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाज हो, तो उसे सात दिन के आराम के बाद भी बाहर रखना हैरान करने वाला फैसला है। इस पर यकीन करना मुश्किल है और मैं इससे बिल्कुल भी सहमत नहीं हूं।"
"This becomes a very important Test match" 👀
— Sky Sports Cricket (@SkyCricket) July 2, 2025
Ravi Shastri on the impact of Jasprit Bumrah missing the second Test 🇮🇳 pic.twitter.com/df2Y7sXWDA
सुनील गावस्कर का टीम मैनेजमेंट पर फूटा गुस्सा
सुनील गावस्कर ने एक बातचीत के दौरान कहा, "मैं हैरान हूं कि कुलदीप यादव को नहीं चुना गया, खासकर ऐसी पिच पर जहां टर्न की उम्मीद की जा रही थी। भारत ने सुंदर को जोड़ा है लेकिन वो बल्लेबाजी को देखते हुए किया गया है, जबकि हमें तो विकेट की जरूरत थी।"
सुनील गावस्कर ने आगे कहा, "अगर आपके टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज रन नहीं बना पा रहे हैं, तो सातवें या आठवें नंबर के खिलाड़ी स्थिति नहीं संभाल सकते। पहले टेस्ट में भारत ने दो पारियों में कुल 830 रन बनाए थे, तो बल्लेबाजी को लेकर कोई दिक्कत नहीं थी। जरूरत थी ऐसे गेंदबाजों की जो विकेट निकाल सकें।"