Sourav Ganguly: आज 13 अप्रैल को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) द्वारा एक बड़ी जानकारी सामने आ रही है। आज मैच के दौरान ICC ने सोशल मीडिया के द्वारा यह खबर साझा किया है
पूर्व भारतीय कप्तान और बीसीसीआई प्रेसिडेंट Sourav Ganguly को ICC में मिला बड़ा पद, लक्ष्मण की भी चमकी किस्मत

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Sourav Ganguly: आज 13 अप्रैल को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) द्वारा एक बड़ी जानकारी सामने आ रही है। आज मैच के दौरान ICC ने सोशल मीडिया के द्वारा यह खबर साझा किया है कि भारत के पूर्ण कप्तान सौरव गांगुली(Sourav Ganguly) एक बार फिर से पुरुष क्रिकेट समिति के अध्यक्ष बन गए हैं। सौरव गांगुली इस पद पर पिछले 4 सालों से काम कर रहे हैं।
सौरव गांगुली के साथ साथ उनके टीम में लम्बे समय तक के साथी रहे के लंबे समय तक राष्ट्रीय टीम के साथी रहे वीवीएस लक्ष्मण को भी फिर से पैनल के सदस्यों में चुना गया है। बता दें कि गांगुली इस पद पर साल 2021 से बने हुए हैं और एक बार फिर से उन्हें इसके लिए चुन लिया गया है। पूर्व भारतीय कप्तान को आईसीसी ने उनके बेहतरीन कार्य का इनाम दिया है और उन्हें क्रिकेट कमेटी का अध्यक्ष बनाया है।
Sourav Ganguly के साथ वीवीएस लक्ष्मण को भी मिली जगह
आईसीसी क्रिकेट कमेटी के सदस्य के रूप में दो भारतीयों को जगह मिली है। Sourav Ganguly के अलावा इसमें भारत के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी वीवीएस लक्ष्मण का नाम शामिल है। लक्ष्मण इस कमेटी के अलावा नेशनल क्रिकेट एकेडमी के अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहे हैं। कई मौकों पर वे भारत के हेड कोच के रूप में कार्य कर चुके हैं और अब उन्हें क्रिकेट कमेटी के सदस्य के रूप में शामिल किया गया है।

तेंबा बवुमा और जोनाथन ट्रॉट भी शामिल
क्रिकेट कमेटी में साउथ अफ्रीका के कप्तान तेंबा बवुमा का नाम शामिल है। इसके अलावा अफगानिस्तान के कोच और इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी जोनाथन ट्रॉट को शमिल किया गया है। तो वहीं ट्रॉट के अलावा हामिद हसन और डेसमंड हेंस को भी इसमें शामिल किया गया है। ये सभी दिग्गज क्रिकेट कमेटी के रूप में कार्य करेंगे और क्रिकेट को विश्व में प्रसिद्ध करने के लिए उनकी भी भूमिका अहम होगी।
अफगानिस्तान की महिला खिलाड़ियों के लिए बड़ा ऐलान (Sourav Ganguly)
क्रिकेट कमेटी के गठन के बाद आईसीसी ने अफगानिस्तान की महिला खिलाड़ियों को लेकर बड़ी अपडेट दी है। आईसीसी का कहना है कि अफगानिस्तान की जो महिला खिलाड़ी अपने देश से बाहर रह रही हैं, उनके लिए अलग से सहायता दी जाएगी।
बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता आने के बाद से ही महिला खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसके बाद तमाम खिलाड़ी दूसरे देशों शरण लिए हुए हैं और वहां पर रह रही हैं।