जैसे-जैसे आईपीएल 2025 (IPL 2025) अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंचता जा रहा है, यह और भी ज्यादा रोमांचक और दिलचस्प हो गया है। इस लीग का बेहद ही रोचक मुकाबला रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और लखनऊ सुपरजाइंट्स के बीच खेला गया, जो पहले क्वालीफायर के लिए आरसीबी के लिए काफी जरूरी था। इस मैच के दौरान एक ऐसी घटना घटी जिसने हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींचा और वह आरसीबी की पारी के दौरान 17वें ओवर में जितेश शर्मा का नाँट आउट होना था,

जो नॉन स्ट्राइकर छोड़ पर रन आउट होने से बाल- बाल बच गए। सोशल मीडिया पर यह चर्चा तेजी से चल रही है कि आखिर क्रिज छोड़ने के बावजूद भी रन आउट हुए जितेश शर्मा को अंपायर ने आउट क्यों नहीं दिया तो इसके पीछे एक बेहद ही खास नियम है।

IPL 2025: इस नियम के कारण बाल- बाल बचे जितेश शर्मा

IPL 2025

आईपीएल 2025 (IPL 2025) के इस रोचक मुकाबले में जब आरसीबी की पारी का 17 वां ओवर चल रहा था तब टीम के कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज जितेश शर्मा नॉन स्ट्राइकर छोड़ पर खड़े थे। वही लखनऊ की तरफ से दिग्वेश राठी के हाथों में गेंद थी जिन्होंने गेंद डालने से पहले नॉन स्ट्राइकर छोड़ की गिल्लियां उड़ा दी। उस वक्त गेंदबाज ने रन आउट की अपील कर दी जिस वक्त जितेश शर्मा क्रिज से बाहर थे।

उसके बाद यह मामला थर्ड अंपायर के पास पहुंचा जहां रिप्ले देखने के बाद यह पता चला कि गेंदबाज ने अपनी डिलीवरी स्ट्राइड पूरी कर ली थी यानी की दिग्वेश पॉपिंग क्रीज पर कर चुके थे। इसका मतलब यह है कि गेंद फेकने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी। इस वजह से जितेश शर्मा को इस परिस्थिति में आउट नहीं दिया गया। हालांकि अंपायर के फैसले ने पूरे मैदान पर हलचल मचा दी।

जाने क्या है आईपीएल का यह नियम

ऐसी स्थिति में आईपीएल (IPL 2025) की प्लेइंग कंडीशन का रूल 38.3.1 यह कहता है कि अगर नॉन स्ट्राइकर अपनी क्रिज से बाहर हो, जब से गेंद खेलने के लिए गेंदबाज की तैयारी शुरू होती है उस समय से लेकर तब तक जब तक गेंदबाज समान रूप से गेंद रिलीज करने वाला होता है तो गेंदबाज उसे रन आउट करने के लिए कोशिश कर सकता है. नॉन स्ट्राइकर तभी रन आउट होगा जब तक वह अपनी क्रिज से बाहर होगा और उसकी गिल्लिया गेंदबाज द्वारा या तो गेंद फेंकते हुए या तो गेंद को हाथ में पड़ते हुए टूटेगी

लेकिन थर्ड अंपायर ने नॉट आउट (IPL 2025) का फैसला इसलिए सुनाया गया था क्योंकि दिग्वेश राठी ने गेंद फेंकने की प्रक्रिया को पूरी कर ली थी। ऐसी स्थिति में जितेश शर्मा को जीवन दान मिला और उन्होंने इसका भरपूर रूप से फायदा उठाया। उस वक्त वह 25 गेंद में 57 रन बनाकर खेल रहे थे जिसके बाद उन्होंने 33 गेंद में नाबाद 85 रन की तूफानी पारी खेली।

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