Rishabh Pant: भारत और इंग्लैंड के बीच हेडिंग्ले में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में ऋषभ पंत ने दोनों पारियों में शतकीय पारी खेली लेकिन इसके बाद भी आखिर किस गलती के लिए आईसीसी ने उनपर एक्शन लिया है।
बैन या सजा! इतिहास रचने वाले ऋषभ पंत को आखिर किस गलती के लिए ICC ने लगाई फटकार?

Table of Contents
Rishabh Pant: भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे हेडिंग्ले टेस्ट के चौथे दिन ऋषभ पंत ने दूसरी पारी में भी शतक लगाकर इतिहास रच दिया। पंत ने हेडिंग्ले की दूसरी पारी में 140 गेंदों पर 118 रनों की पारी खेली। इसके बावजूद आईसीसी ने पंत के खिलाफ एक्शन लिया है।
अब आप सोच रहे होंगे कि जब ऋषभ पंत ने पहली पारी में 134 रन और दूसरी पारी में 118 रन बनाए तो ICC ने आखिर उन्हें किस बात की सजा दे डाली। दरअसल ये मामला है हेडिंग्ले टेस्ट के तीसरे दिन का।
किस बात पर हुआ था विवाद?
ये मामला है हेडिंग्ले टेस्ट के तीसरे दिन का जब इंग्लैंड की टीम बल्लेबाजी कर रही थी। 61वें ओवर में जब सिराज गेंदबाजी कर कर रहे थे उस वक्त हैरी ब्रूक ने एक जोरदार चौका जड़ा। जिसके बाद से सिराज ने अंपायर से गेंद को बदलने के लिए कहा लेकिन वे नहीं माने। सिराज की अपील के बाद से ऋषभ पंत गेंद को लेकर अंपायर के पास गए और कहने लगे कि गेंद को बदला जाए पर अंपायर क्रिस गफ्फनी ने उनकी भी बात को मना कर दिया।
View this post on Instagram
क्या कहता है ICC नियम?
बस इतना था कि पंत को आ गया गुस्सा और उन्होंने अंपायर को घूरते हुए गेंद सिराज की ओर फेंक दी। पंत की इस हरकत को देखकर स्टेडियम में मौजूद दर्शकों ने भी हूटिंग करना शुरु कर दिया। पंत की इसी हरकत को देखते हुए आईसीसी ने उनके खिलाफ एक्शन लिया है। आईसीसी द्वारा जारी प्रेस रिलीज में पंत को आर्टिकल 2.8 के तहत दोषी पाया गया है। जो कि इंटरनेशनल मैचों में अंपायर के फैसले के खिलाफ विरोध या आपत्ति जताने से जुड़ा है। इस कोड ऑफ कंडक्ट को तोड़ने के लिए पंत के खाते में 1 डिमेरिट अंक भी जोड़ा गया है।
India centurion reprimanded for actions during Day 3 of the first #ENGvIND Test.https://t.co/Cd90zQDA9f
— ICC (@ICC) June 24, 2025
पंत को मिली सजा या हुए बैन?
इस प्रेस रिलीज में भी बताया गया है कि ऋषभ पंत ने मैच रेफरी रिची रिचर्डसन के सामने अपनी गलती मान ली है। जिसके बाद अब इस मामले में सुनवाई की कोई जरूरत नहीं रह गई है। लेवल 1 के तहत दोषी पाए जाने वाले खिलाड़ियों के लिए कम से कम सजा फटकार की होती है। जबकि ज्यादा से ज्यादा सजा या तो उस खिलाड़ी की मैच फीस में से 50% की कटौती होती है या एक-दो डिमेरिट पॉइंट जोड़ने की होती है।
Read More: बुरे फंसे ऋषभ पंत, शुभमन के मोजे के बाद बॉल पर बवाल! बैन हो जाएंगे भारतीय उपकप्तान?