आईपीएल 2025 का खिताब जीतने के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की फ्रेंचाइजी को बेचने की जानकारी सामने आ रही थी, जहां अब मैकडॉवल्स व्हिस्की बनाने वाली कंपनी यूनाइटेड स्पिरिट्स ने इन सारी बातों का खंडन करते हुए अब एक बहुत बड़ी जानकारी दी है। कंपनी ने यह बताया है कि आरसीबी (RCB) की हिस्सेदारी बेचने को लेकर जो भी चर्चा चल रही है, वह सिर्फ अनुमान पर आधारित है। कंपनी इस तरह की किसी भी बातचीत का हिस्सा नहीं है।

दरअसल ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में यह बताया गया था कि यूनाइटेड स्पिरिट्स अपनी आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को दो अरब डालर यानी लगभग 17000 करोड रुपए में बेचने के बारे में सोच रही है जिसे लेकर यह दावा किया जा रहा था कि डियाजियो अपनी आईपीएल टीम आरसीबी को बेचकर सिर्फ अपने शराब के मुख्य बिजनेस पर ध्यान केंद्रित करना चाहती है।

नहीं बिक रही RCB

RCB

दरअसल आईपीएल 2025 की समाप्ति के बाद यह दावा किया जा रहा था कि 18 साल बाद ट्रॉफी जीत कर आरसीबी (RCB) की कमर्शियल वैल्यू टीम ने बढ़ा दी है और यही बेचने का सही समय हो सकता है। इसके अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय आईपीएल जैसे बड़े खेल आयोजनों में शराब और तंबाकू की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष विज्ञापनों पर पूरी तरह से रोक लगाने की मांग कर रहा है।

दरअसल यूनाइटेड स्पिरिट्स का कोर बिजनेस लिकर का है। अगर शराब के प्रचार पर बैन लगता है तो कंपनी अपनी टीम के साथ खुद को एंडोर्स नहीं कर पाएगी। ऐसे में डियाजियो खुद को आईपीएल से अलग करना चाहता है, लेकिन अब इन सारी बातों पर विराम लग गया है।

इस तरह डियाजियो बनी मालिक

इससे पहले शराब कारोबारी विजय माल्या इस टीम के मालिक थे लेकिन 2016 में जब उनका बुरा दौर शुरू हुआ तो डीयाजियो ने उनकी शराब कंपनी के साथ-साथ आरसीबी (RCB) को भी खरीद लिया। और 54% हिस्सेदारी खरीद कर मालिक बन गई किस तरह यूनाइटेड स्पिरिट्स के जरिए आरसीबी को कंट्रोल करती साल 2008 में आईपीएल के पहले संस्करण में विजय माल्या ने इसे 476 करोड रुपए में खरीदा था जो उस वक्त की दूसरी सबसे महंगी आईपीएल टीम थी।

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