पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने भारी प्रचार के साथ शुरू किया गया चैम्पियंस कप टूर्नामेंट सिर्फ एक सीजन बाद ही बंद कर दिया है।
दिवालिया होने की कगार पर PCB? एक सीजन के बाद बंद करना पड़ा पाकिस्तान का ये क्रिकेट टूर्नामेंट, जानें इसके पीछे की वजह

Champions Cup: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) एक बार फिर अपने फैसलों को लेकर सवालों के घेरे में है। बड़ी उम्मीदों और भारी भरकम प्रचार के साथ शुरू किया गया ‘चैम्पियंस कप’ टूर्नामेंट अब सिर्फ एक सीजन के बाद बंद कर दिया गया है।
इस घरेलू टूर्नामेंट की शुरुआत 2024 में की गई थी, जिसका मकसद पाकिस्तान में घरेलू क्रिकेट को अधिक प्रतिस्पर्धी और पेशेवर बनाना था। लेकिन 2025-26 के शेड्यूल में इस टूर्नामेंट को पूरी तरह से हटा दिया गया है।
पांच दिग्गज बने थे मेंटर्स
जब चैम्पियंस कप की घोषणा हुई थी, तब इसे लेकर PCB ने बड़े दावे किए थे। बोर्ड ने इस टूर्नामेंट के लिए पांच पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों सकलैन मुश्ताक, वकार यूनुस, मिस्बाह-उल-हक, शोएब मलिक और सरफराज अहमद को अलग-अलग टीमों का मेंटॉर नियुक्त किया था।

इन मेंटॉर को तीन साल के कॉन्ट्रैक्ट के तहत नियुक्त किया गया था, जिसमें उन्हें हर महीने 50 लाख पाकिस्तानी रुपये (लगभग 1.5 करोड़ भारतीय रुपये वार्षिक) देने की बात थी। PCB ने इसे “प्रतिस्पर्धी और पारदर्शी चयन प्रक्रिया” बताया था।
एक के बाद एक हुआ इस्तीफा, बोर्ड ने ठोक दी ब्रेक
हालांकि ज्यादा वक्त नहीं बीता कि टूर्नामेंट की दिशा पर सवाल उठने लगे। सबसे पहले शोएब मलिक ने खुद इस प्रोजेक्ट से किनारा कर लिया। उनके जाने के बाद भीतरखाने बैठकों का दौर शुरू हुआ, और अंततः बोर्ड ने पूरे मेंटॉरशिप मॉडल को आंतरिक समीक्षा के बाद पूरी तरह से खत्म करने का फैसला लिया।
सूत्रों के अनुसार, PCB ने चैम्पियंस कप और मेंटॉर प्रोग्राम के प्रभाव और प्रासंगिकता की समीक्षा की, जिसके बाद यह नतीजा निकला कि यह योजना अपने उद्देश्यों को पूरा नहीं कर सकी और इसे बंद कर देना ही सही विकल्प होगा।
2025–26 का नया डोमेस्टिक शेड्यूल घोषित
PCB ने 2025–26 के घरेलू सत्र का नया कैलेंडर जारी किया है। इसमें पीसीबी ने पुराने ढांचे को फिर से केंद्र में रखा है। क्वैद-ए-आजम ट्रॉफी, जो पाकिस्तान की प्रमुख फर्स्ट क्लास प्रतियोगिता मानी जाती है, अब नए फॉर्मेट में 8 टीमों के साथ खेली जाएगी। इसका आगाज 22 सितंबर से होगा।