Pakistan Super League को एक बार फिर से शेड्यूलिंग का बड़ा सिरदर्द झेलना पड़ सकता है। साल 2026 में फरवरी-मार्च के दौरान भारत और श्रीलंका में होने वाले ICC T20 वर्ल्ड कप के कारण PCB को एक बार फिर अपने घरेलू टी20 टूर्नामेंट के शेड्यूल में बदलाव करना पड़ सकता है। इस साल की तरह Pakistan Super League 2026 को भी IPL के अप्रैल-मई विंडो में शिफ्ट किया जा सकता है, जो पाकिस्तान क्रिकेट के लिए एक बार फिर बड़ी मुश्किल साबित हो सकती है।
IPL से टकराव ने Pakistan Super League को किया कमजोर
2025 में भी जब फरवरी-मार्च की विंडो में चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन हुआ, तब PSL को IPL के साथ क्लैश करते हुए अप्रैल-मई में शिफ्ट किया गया था। इसका सीधा नुकसान PCB को उठाना पड़ा जहां विदेशी खिलाड़ियों ने IPL को प्राथमिकता दी, जिससे PSL की गुणवत्ता और व्यावसायिक अपील दोनों को नुकसान पहुंचा। IPL न सिर्फ ज्यादा पैसे देता है बल्कि दुनिया भर के स्टार खिलाड़ी वहां खेलते हैं। नतीजा यह हुआ कि PSL एक सेकंड-चॉइस लीग बनकर रह गया, जहां IPL से छूटे खिलाड़ी शामिल हुए।
दिसंबर-जनवरी विंडो की योजना भी फेल
रिपोर्ट के अनुसार, Pakistan Super League 11 को दिसंबर-जनवरी में कराने का प्रस्ताव भी सामने आया था। लेकिन लॉजिस्टिक और ऑपरेशनल चैलेंजेस के कारण यह योजना भी ठंडे बस्ते में जाती दिख रही है। इसके बजाय PCB दिसंबर-जनवरी के दौरान वनडे पेंटागुलर कप जैसे घरेलू टूर्नामेंट आयोजित करने की सोच रहा है, जिसमें पाकिस्तान के टॉप खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। ब्रॉडकास्टर्स और स्पॉन्सर्स अभी भी परंपरागत फरवरी-मार्च की विंडो चाहते हैं, लेकिन वर्ल्ड कप के चलते यह संभव नहीं दिखता।
PSL के पास विकल्प कम, चुनौती बड़ी
PSL 11 के लिए अगर फिर से अप्रैल-मई की विंडो तय होती है, तो लीग को एक बार फिर IPL की चकाचौंध के सामने अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़नी पड़ेगी। टैलेंट पूल सीमित हो जाएगा, और व्यूअरशिप पर भी असर पड़ना तय है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के लिए यह स्थिति बेहद मुश्किल है—एक तरफ इंटरनेशनल शेड्यूल और दूसरी तरफ PSL की साख बचाने की जंग। अगर जल्द हल नहीं निकला, तो PSL की ग्लोबल लीग बनने की उम्मीदों को बड़ा झटका लग सकता है।
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