MS Dhoni In Indian Army And His Salary: टीम इंडिया के पूर्व और आईपीएल 2025 (IPL 2025) में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के मौजूदा कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) भारतीय सेना की टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर हैं। माही ने इस पद पर रहते हुए ट्रेनिंग भी की है और अपनी सेवाएं भी दी हैं। तो आइए जानते हैं कि माही ने कब और कहां ट्रेनिंग की व कब उन्होंने भारतीय सेना को अपनी सेवाएं दीं? बाकी माही को भारतीय सेना से कितनी सैलरी मिलती है?
2011 में मिला था पद (MS Dhoni)
बता दें कि टीम इंडिया ने 2011 में वनडे वर्ल्ड कप का खिताब जीता था। यह मेन इन ब्लू के लिए वनडे वर्ल्ड कप का दूसरा खिताब था। इस बार टीम ने एमएस धोनी की कप्तानी में खिताब जीतने का कमाल किया था। इसके बाद धोनी को टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल का पद मिला था।
कब की ट्रेनिंग? (MS Dhoni)
धोनी ने 2015 में पैरा फोर्सेस की बेसिक ट्रेनिंग और पैराशूट से कूदने की स्पेशल ट्रेनिंग की थी। आगरा में ट्रेनिंग कैप के दौरान धोनी ने पांच पैराशूट जम्प पूरी की थीं, जिसके बाद वह क्वालीफाइड पैराट्रूपर बन गए थे। इस ट्रेनिंग के बाद धोनी को पैरा रेजिमेंट का हिस्सा बना लिया गया था।
कब की थी ड्यूटी? (MS Dhoni)
धोनी 2019 में जम्मू एंड कश्मीर में अपनी ड्यूटी के टेरिटोरियल आर्मी को 15 दिनों के लिए ज्वाइन किया था। इस दौरान उन्होंने 19 किलो का वजन ढोया था, जिसमें एके -47 बंदूक, मैगजीन, वर्दी, जूते, ग्रेनेड, हेलमेट और वाटरप्रूफ जैकेट सहित बाकी सामान था। ड्यूटी के दौरान माही ने गश्त, रखवाली और पोस्ट ड्यूटी जैसे कर्तव्यों को निभाया था।
धोनी को कितनी मिलती है सैलरी?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एमएस धोनी को लेफ्टिनेंट कर्नल के पद के लिए 1.21 लाख से 2.12 लाख के बीच सैलरी मिलती है। हालांकि आधिकारिक तौर पर धोनी की सैलरी के बारे में कोई जानकारी मौजूद नहीं है।
क्या होती है टेरिटोरियल आर्मी?
इतना सब पढ़ने के बाद आपके मन में शायद यह सवाल भी उठा होगा कि आखिर टेरिटोरियल आर्मी क्या होती है और कैसे यह आर्मी से अलग होती है? तो आपको बता दें कि डिफेंस सर्विस रेगुलेशन के पार्ट 1 के तहत टेरिटोरियल आर्मी भारतीय सेना का अहम हिस्सा है। टेरिटोरियल आर्मी भारतीय सेना की रिजर्व फोर्स है, जिसे जरूरत पड़ने पर बुलाया जाता है, खासकर जंग और नेशनल इमरजेंसी के दौरान।
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