India vs England 2nd Test: भारत और इंग्लैंड के बीच एजबेस्टन में दूसरा टेस्ट खेला जा रहा है। इसी बीच ये चौथी बार देखने को मिला कि दोनों टीमें काली पट्टी बांधकर उतरी है, जिसके पीछे का कारण हैरान करने वाला है।
India vs England: दूसरे टेस्ट में काली पट्टी बांधकर उतरी दोनों टीमें, एजबेस्टन में किसे सम्मान दे रहे भारत-इंग्लैंड के खिलाड़ी?

India vs England 2nd Test: भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच बर्मिंघम में खेला जा है। जहां इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला लिया। टॉस के बाद हर किसी की नजर दोनों टीम के खिलाड़ियों पर पड़ी जो एक बार फिर से काली पट्टी बांधकर फील्ड पर उतरे।
कई लोगों को ये समझ नहीं आ रहा है कि आखिर इस बार ऐसा क्या हुआ है कि दोनों खिलाड़ियों ने काली पट्टी बांधकर फील्ड पर उतरने का फैसला लिया?
इस कारण काली पट्टी बांधकर उतरी दोनों टीमें
दरअसल, इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर वेन लैरकिंग्स को श्रद्धांजलि देने के लिए टीम इंडिया और इंग्लैंड ने काली पट्टी बांधकर क्रिकेट फील्ड पर उतरने का फैसला लिया, जिनका निधन 28 जून को हो गया था। उन्हीं की याद में दोनों टीमों ने अपनी बाहों पर काली पट्टी बांधी है। इससे पहले हेडिंग्ले में भी दोनों टीमें काली पट्टी बांधकर उतरी थी।

पहले टेस्ट के पहले दिन टीम इंडिया ने अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रैश का दुख मनाया था। इसके बाद तीसरे दिन डेविड लॉरेंस को श्रद्धांजलि और पांचवें दिन पूर्व भारतीय क्रिकेटर दिलीप जोशी के निधन पर श्रद्धांजलि देने के लिए ये कदम उठाया गया था।
ऐसा रहा क्रिकेट करियर
71 साल की उम्र में वेन लैरकिंग्स का लंबे समय तक बीमार रहने के कारण निधन हो गया, जो इंग्लैंड और नॉर्थम्पटनशायर के लिए खेल चुके हैं। इन्होंने अपने करियर में 1979 से 1991 के बीच इंग्लैंड के लिए 13 टेस्ट और 25 वनडे इंटरनेशनल मैच खेलने का काम किया है। नॉर्थम्पटनशायर के लिए लैरकिंग्स ने 700 से ज्यादा रन बनाने का काम किया है।

बाद में फिर वो डरहम चले गए और क्रिकेट से संन्यास ले लिया। लैरकिंग्स जिन्हें 'नेड' के नाम से भी जाना जाता था, अपने क्रिकेट करियर में उन्होंने 40,000 से ज्यादा रन और 85 शतक लगाने का काम किया। उन्होंने 1989 वर्ल्ड कप के फाइनल में भी खेला था और नंबर सात पर बल्लेबाजी की थी।