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BCCI हर साल कुछ खिलाड़ियों को सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट देती है, जिसके लिए कुछ नियम तय होते हैं। किसी भी खिलाड़ी को कॉन्ट्रेक्ट तब ही मिलता है जब उसने या तो 3 टेस्ट, 8 वनडे या 10 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हों। लेकिन इस बार जो 34 खिलाड़ियों की लिस्ट आई है, उसमें एक नाम ऐसा है जो इस नियम पर खरा नहीं उतरता वें हैं Harshit Rana।
क्या ये BCCI का नियम तोड़ने वाला फैसला है?
लिस्ट में शामिल 33 खिलाड़ी तो नियम के मुताबिक हैं, लेकिन Harshit Rana के नाम के साथ सवाल उठे हैं क्योंकि उन्होंने सिर्फ 2 टेस्ट, 5 वनडे और 1 टी20I मैच खेले हैं। यानी कोई भी एक फॉर्मेट में उन्होंने तय मैचों की संख्या पूरी नहीं की है। फिर भी उन्हें कॉन्ट्रेक्ट मिला है। क्यों?
इसके पीछे क्या कारण है?
दरअसल, एक पूर्व क्रिकेटर ने बताया कि इसमें कोई विवाद वाली बात नहीं है। BCCI कुछ खास मामलों में 3 वनडे को 1 टेस्ट के बराबर मानती है। इस हिसाब से देखा जाए तो हर्षित के 5 वनडे = लगभग 1.5 टेस्ट और साथ में उन्होंने 2 असली टेस्ट भी खेले हैं। मतलब कुल मिलाकर वो लगभग 3.5 टेस्ट मैच के बराबर क्रिकेट खेल चुके हैं। इसलिए उन्हें टेस्ट वाले नियम के आधार पर सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट मिल गया।
आगे खेलने की उम्मीद भी एक वजह
Harshit Rana को C ग्रेड में रखा गया है, जिससे उन्हें हर साल 1 करोड़ रुपये मिलेंगे। ये कॉन्ट्रेक्ट 1 अक्टूबर 2024 से 30 सितंबर 2025 तक के लिए है। माना जा रहा है कि BCCI ने ये फैसला इस उम्मीद के साथ लिया है कि हर्षित आने वाले कुछ महीनों में और भी इंटरनेशनल मैच खेलेंगे।
Harshit Rana का प्रदर्शन कैसा रहा?
इंटरनेशनल क्रिकेट में उन्होंने अभी तक 2 टेस्ट मुकाबलों में 4 विकेट, 5 वनडे में 10 विकेट और एक टी20 मुकाबले में 3 विकेट चटकाए हैं।