भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का समापन सिडनी टेस्ट के साथ हो गया। ऑस्ट्रेलिया ने इस मुकाबले को 6 विकेट से जीतकर सीरीज पर 3-1 से कब्जा जमाया। इस मैच में रोहित शर्मा ने खुद को टीम से बाहर रखने का निर्णय लिया, क्योंकि सीरीज के दौरान उनका बल्ला खामोश रहा। रोहित ने अपनी जगह युवा बल्लेबाज शुभमन गिल को मौका दिया। अब रोहित के इस फैसले पर टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
गंभीर ने किया रोहित के फैसले का समर्थन
सिडनी टेस्ट के बाद हेड कोच गौतम गंभीर ने रोहित शर्मा के फैसले की सराहना करते हुए कहा, “जब कोई कप्तान ऐसा निर्णय लेता है, तो यह दिखाता है कि वह टीम को खुद से पहले रखता है। मुझे लगता है कि सभी को रोहित के इस फैसले का सम्मान करना चाहिए। यह टीम भावना का बेहतरीन उदाहरण है।” गंभीर के मुताबिक, रोहित ने टीम की भलाई को प्राथमिकता दी और यही एक सच्चे खिलाड़ी की पहचान होती है।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में रोहित शर्मा का प्रदर्शन
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में रोहित शर्मा का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। पूरी सीरीज में वह रन बनाने के लिए जूझते नजर आए। पर्थ टेस्ट में वह प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं थे, लेकिन एडिलेड टेस्ट में उन्होंने वापसी की। एडिलेड में रोहित ने छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 3 और दूसरी पारी में 6 रन बनाए। गाबा टेस्ट में भी उनका बल्ला खामोश रहा, जहां पहली पारी में उन्होंने 10 रन बनाए, जबकि दूसरी पारी में उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला।
रोहित का सिडनी टेस्ट में खुद को बाहर रखने का फैसला टीम के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, और गंभीर के अनुसार, ऐसे फैसले क्रिकेट में मिसाल बनाते हैं।
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