टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। इस पर मुख्य कोच गौतम गंभीर ने भावुक प्रतिक्रिया दी और उन्हें ‘एक मास्टर, एक लीडर, एक रत्न’ बताया।
Rohit Sharma के टेस्ट संन्यास पर भारतीय कोच गौतम गंभीर ने तोड़ी चुप्पी, हिटमैन को लेकर बोल गए ये बड़ी बात

भारतीय टेस्ट टीम को इंग्लैंड दौरे से पहले बड़ा झटका लगा है, जब कप्तान Rohit Sharma ने अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। यह फैसला ऐसे समय पर आया है जब भारत को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 के नए साइकिल की शुरुआत करनी है।
बीते कुछ समय से Rohit Sharma के भविष्य को लेकर अटकलें लगती रही थीं, खासकर न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार हार के बाद। घरेलू मैदान पर कीवी टीम से 3-0 की हार और फिर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 1-3 की शिकस्त के बाद उनके लीडरशिप रोल पर सवाल उठे। हालांकि रोहित ने अपनी बल्लेबाजी से कई मौकों पर टीम को स्थिरता दी, लेकिन टीम के कुल प्रदर्शन और चयन को लेकर आलोचनाएं बढ़ती गईं।
गौतम गंभीर की भावनात्मक प्रतिक्रिया
Rohit Sharma के इस फैसले पर टीम इंडिया के मुख्य कोच गौतम गंभीर की प्रतिक्रिया भी सामने आई। गंभीर ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा – “एक मास्टर, एक लीडर और एक रत्न।” ये तीन शब्द रोहित के टेस्ट करियर की पूरी कहानी बयां कर देते हैं। बता दें कि गंभीर और रोहित की जोड़ी ने 2013 में भारत को चैंपियंस ट्रॉफी जिताई थी।
Rohit Sharma और गौतम गंभीर के बीच था विवाद?
हालांकि हाल के महीनों में दोनों के रिश्तों को लेकर विवाद भी सामने आए, खासकर उस वक्त जब ऑस्ट्रेलिया दौरे के सिडनी टेस्ट से रोहित ने निजी कारणों से खुद को अलग किया था। इस फैसले पर काफी चर्चा हुई, लेकिन बाद में Rohit Sharma और गंभीर दोनों ने इन विवादों को दरकिनार करते हुए अपने रिश्ते को प्रोफेशनल बताया। गंभीर की कोचिंग के दौरान यह दूसरा बड़ा नाम है जिसने टेस्ट से संन्यास लिया — इससे पहले रविचंद्रन अश्विन भी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बीच में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं।
अब अगला कप्तान कौन?
गंभीर के सामने अब सबसे बड़ी चुनौती है – भारतीय टेस्ट टीम के लिए नया कप्तान चुनना। इंग्लैंड दौरे की शुरुआत 20 जून से लीड्स टेस्ट के साथ होगी, जिसके बाद मुकाबले लॉर्ड्स, बर्मिंघम, मैनचेस्टर और ओवल में खेले जाएंगे। ऐसे में टीम को स्थिर नेतृत्व की जरूरत है, जो चुनौतीपूर्ण विदेशी परिस्थितियों में खुद को साबित कर सके। इस समय केएल राहुल, जसप्रीत बुमराह और शुभमन गिल जैसे नाम संभावित कप्तानों की सूची में हैं, लेकिन अंतिम फैसला टीम मैनेजमेंट और चयन समिति पर निर्भर करेगा। एक तरफ सीनियर्स टीम से बाहर हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर युवाओं को अब लीडरशिप रोल में लाने का भी यह उपयुक्त मौका बन सकता है।
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