'शुभमन गिल के लिए एजबेस्टन टेस्ट बतौर कप्तान आखिरी मैच होता अगर...'
Shubman Gill: शुभमन गिल की कप्तानी में टीम इंडिया ने एजबेस्टन टेस्ट में पहली बार जीत हासिल की थी। इस जीत के बाद इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि एजबेस्टन टेस्ट गिल के लिए बतौर भारतीय कप्तान आखिरी मुकाबला होगा अगर वो यह फैसला ले लेते।
Shubman Gill, Edgbaston Test: शुभमन गिल की कप्तानी में भारतीय टेस्ट टीम ने वो कर दिखाया जो विराट कोहली से लेकर एमएस धोनी जैसे दिग्गज कप्तान नहीं कर सके। गिल की कप्तानी में टीम इंडिया ने पहली बार एजबेस्टन के मैदान पर टेस्ट में जीत हासिल की। इस जीत के बाद गिल को लेकर चर्चा तेज हो गई।
मुकाबले में गिल ने पहली पारी में 269 और दूसरी पारी में 158 रन स्कोर किए थे। इसके साथ गिल एक टेस्ट दोनों पारियों में 250+ और 150+ रन बनाने वाले पहले दुनिया के पहले बल्लेबाज बने थे। लेकिन इन तारीफों और चर्चा के बीच गिल को लेकर इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज मार्क बुचर ने कहा कि एजबेस्टन टेस्ट उनके लिए बतौर कप्तान आखिरी मुकाबला होता। तो आइए जानते हैं कि बुचर ने ऐसा क्यों कहा।
क्यों Shubman Gill के एजबेस्टन टेस्ट बतौर कप्तान आखिरी होता?
एजबेस्टन टेस्ट में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया था। टॉस के वक्त शुभमन गिल ने भी कहा था कि टॉस जीतने पर वो भी गेंदबाजी चुनते। इस पर एजबेस्टन टेस्ट में कॉमेंट्री के दौरान टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने कहा था कि शुभमन गिल ने यह फैसला लिया होता। उन्होंने टॉस हारने के बाद भी ये कहा था।
इसके जवाब में मार्क बुचर ने कहा कि शुभमन गिल के लिए एजबेस्टन टेस्ट बतौर कप्तान आखिरी मैच होता अगर वो टॉस जीतकर गेंदबाजी करते।
टीम इंडिया को पहले बैटिंग से हुआ फायदा
बता दें कि मुकाबले में पहले बैटिंग करने से टीम इंडिया को काफी फायदा हुआ। भारतीय टीम ने पहली पारी में 10 विकेट के नुकसान पर 587 रन बोर्ड पर लगा दिए थे। पहली पारी में 500 से बड़ा टोटल बोर्ड पर लगा देने से कोई भी टीम मजबूत नजर आने लगती है और टीम इंडिया के साथ भी वही हुआ।
फिर टीम इंडिया ने इंगलैंड को पहली पारी में 407 समेट भी दिया था। इसके बाद गिल ब्रिगेड ने दूसरी पारी में 6 विकेट के नुकसान पर 427 रन बनाकर इंग्लैंड के सामने 608 रनों का लक्ष्य रखा था।
'शुभमन गिल के लिए एजबेस्टन टेस्ट बतौर कप्तान आखिरी मैच होता अगर...'
Shubman Gill: शुभमन गिल की कप्तानी में टीम इंडिया ने एजबेस्टन टेस्ट में पहली बार जीत हासिल की थी। इस जीत के बाद इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि एजबेस्टन टेस्ट गिल के लिए बतौर भारतीय कप्तान आखिरी मुकाबला होगा अगर वो यह फैसला ले लेते।
Shubman Gill, Edgbaston Test: शुभमन गिल की कप्तानी में भारतीय टेस्ट टीम ने वो कर दिखाया जो विराट कोहली से लेकर एमएस धोनी जैसे दिग्गज कप्तान नहीं कर सके। गिल की कप्तानी में टीम इंडिया ने पहली बार एजबेस्टन के मैदान पर टेस्ट में जीत हासिल की। इस जीत के बाद गिल को लेकर चर्चा तेज हो गई।
मुकाबले में गिल ने पहली पारी में 269 और दूसरी पारी में 158 रन स्कोर किए थे। इसके साथ गिल एक टेस्ट दोनों पारियों में 250+ और 150+ रन बनाने वाले पहले दुनिया के पहले बल्लेबाज बने थे। लेकिन इन तारीफों और चर्चा के बीच गिल को लेकर इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज मार्क बुचर ने कहा कि एजबेस्टन टेस्ट उनके लिए बतौर कप्तान आखिरी मुकाबला होता। तो आइए जानते हैं कि बुचर ने ऐसा क्यों कहा।
क्यों Shubman Gill के एजबेस्टन टेस्ट बतौर कप्तान आखिरी होता?
एजबेस्टन टेस्ट में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया था। टॉस के वक्त शुभमन गिल ने भी कहा था कि टॉस जीतने पर वो भी गेंदबाजी चुनते। इस पर एजबेस्टन टेस्ट में कॉमेंट्री के दौरान टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने कहा था कि शुभमन गिल ने यह फैसला लिया होता। उन्होंने टॉस हारने के बाद भी ये कहा था।
इसके जवाब में मार्क बुचर ने कहा कि शुभमन गिल के लिए एजबेस्टन टेस्ट बतौर कप्तान आखिरी मैच होता अगर वो टॉस जीतकर गेंदबाजी करते।
टीम इंडिया को पहले बैटिंग से हुआ फायदा
बता दें कि मुकाबले में पहले बैटिंग करने से टीम इंडिया को काफी फायदा हुआ। भारतीय टीम ने पहली पारी में 10 विकेट के नुकसान पर 587 रन बोर्ड पर लगा दिए थे। पहली पारी में 500 से बड़ा टोटल बोर्ड पर लगा देने से कोई भी टीम मजबूत नजर आने लगती है और टीम इंडिया के साथ भी वही हुआ।
फिर टीम इंडिया ने इंगलैंड को पहली पारी में 407 समेट भी दिया था। इसके बाद गिल ब्रिगेड ने दूसरी पारी में 6 विकेट के नुकसान पर 427 रन बनाकर इंग्लैंड के सामने 608 रनों का लक्ष्य रखा था।
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