भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने एक नया नियम लाया है, जिससे जूनियर क्रिकेटर अपनी उम्र से कोई धोखाधड़ी नहीं कर पाएंगे। इस बदलाव से किसी भी युवा खिलाड़ी के साथ कोई नाइंसाफी नहीं होगी। जी हां BCCI ने फैसला लिया है कि अब जूनियर स्तर पर एक अतिरिक्त बोन टेस्ट कराना शुरू किया जाएगा। इस टेस्ट से खिलाड़ी की सटीक उम्र का पता चल जाएगा।

BCCI: अब खिलाड़ियों के होंगे दो टेस्ट

मौजदा नियम के अनुसार, खिलाड़ियों की उम्र का सही गणित निकालने के लिए हड्डी की एज का आकलन करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला टेस्ट TW3 मेथोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है। इस टेस्ट के माध्यम से खिलाड़ी एज निर्धारण के लिए बोन टेस्ट से गुजरता है और उसी एज ग्रुप में अगले सत्र के लिए उसकी पात्रता निर्धारित करने के लिए +1 फैक्टर जोड़ा जाता है।

अब अंडर-16 के खिलाड़ियों को TW3 मेथोलॉजी के टेस्ट के बाद दूसरा टेस्ट (बोन टेस्ट) कराना पड़ेगा। जो +1 फैक्टर से फेल हुए हैं, बोन टेस्ट के माध्यम से उनका सटीक उम्र पता चल जाएगा।

BCCI
BCCI

खिलाड़ियों की निर्धारित की उम्र सीमा

अंडर-16 खिलाड़ियों के लिए एक समय सीमा निर्धारित की गई है, जिसमे लड़कों की उम्र सीमा 16.5 साल और अंडर-15 लड़कियों के लिए 15 साल निर्धारित की गई है। अब इस नए टेस्ट के माध्यम से महिला खिलाड़ी और पुरुष खिलाड़ी दोनों का सही उम्र सामने आ जाएगी।

IPL 2025 में वैभव सूर्यवंशी की उम्र को लेकर हुआ था विवाद

बता दें कि आईपीएल 2025 में राजस्थान रॉयल्स की तरफ से 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने डेब्यू किया था। इस युवा बल्लेबाज ने 35 गेंदों पर शतकीय पारी खेली थी और खूब वाहवाही बटोरी थी। उन्होंने इतनी कम उम्र में अपने बेहतरीन प्रदर्शन से सभी का दिल जीत लिया था। हालांकि, सूर्यवंशी को लेकर विवाद भी हुए थे और प्रशंसकों का मानना था कि उनकी उम्र अधिक है और उन्होंने इसमें गड़बड़ी की है। ऐसे में इसी को रोकने के लिए अब क्रिकेट बोर्ड ये नया नियम लेकर आया है।

Read More: WTC में हार के लिए पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने जोश हेजलवुड के खिलाफ की कार्रवाई की मांग, IPL को लेकर उठाए सवाल