AUS vs SA: क्रिकेट का खेल देखने और खेलने में जितना ज्यादा रोमांचक होता है, यहां पर कई बार खिलाड़ियों या फिर टीम पर इतनी बड़ी कार्रवाई होती है जिसे झेल पाना बहुत मुश्किल होता है। कई बार किसी तरह का नियम उल्लंघन करने पर खिलाड़ियों या फिर टीम को फटकार लगाई जाती है और कई बार जुर्माना भी लगाया जाता है।
ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका (AUS vs SA) के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला जो खेला जाना है, उससे पहले आज हम क्रिकेट जगत की एक ऐसी टीम की बात करने जा रहे हैं, जिसे 21 साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बैन झेलना पड़ा। आप ये समझ सकते हैं कि लगभग दो दशक से भी ज्यादा समय तक बैन झेलना किसी भी क्रिकेट टीम के लिए बुरे सपने से कम नहीं है, लेकिन 70 के दशक में एक ऐसी घटना हुई जिसने एक टीम को क्रिकेट से पूरी तरह से दूर कर दिया।
AUS vs SA: इस टीम ने 21 साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में झेला बैन

यह साल 1970 की बात है जब आईसीसी ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ एक बहुत बड़ी कार्रवाई करते हुए उस पर बैन लगा दिया था। दरअसल 1948 में दक्षिण अफ्रीका के रंग भेद कानून के कारण देश में कानूनी नस्लीय अलगाव लागू किया गया था, जिस वजह से कोई भी अश्वेत खिलाड़ी दक्षिण अफ्रीका के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए पात्र नहीं था।
दरअसल दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद दक्षिण अफ्रीका की जो व्हाइट गवर्नमेंट के तहत नस्लीय अलगाव था, जिसके तहत अश्वेत दक्षिण अफ्रीका (AUS vs SA) को श्वेत लोगों से अलग जगहों पर रहना पड़ता था और अलग सार्वजनिक सुविधाओं का इस्तेमाल करना पड़ता था, जिस कारण आईसीसी ने 1970 में बहुत बड़ी कार्रवाई की।
इस कार्रवाई के बाद दक्षिण अफ्रीका के कई खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट से बाहर हो गए। कई खिलाड़ियों का क्रिकेट करियर तो इसी इंतजार में खत्म हो गया कि कब दक्षिण अफ्रीका टीम को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी मिलेगी। फिर आईसीसी ने 1991 में दक्षिण अफ्रीका को दोबारा से टेस्ट नेशन के रूप में मान्यता दी और टीम ने 1970 के बाद से अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच 10 नवंबर 1991 को कोलकाता में भारत के खिलाफ खेला।
अब है क्रिकेट जगत में बड़ा नाम
पूरे 21 साल के बाद जब दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम (AUS vs SA) में बदलाव आया और रंगभेद की नीति को खत्म कर दिया गया, तब इसके लिए क्रिकेट का एक नया दौर शुरू हुआ। 1970 में लगे बैन के बाद 1991 में दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दमदार तरीके से वापसी की और 1992 में पहली बार इस टीम ने विश्व कप में हिस्सा लिया।
उसके बाद से ही इस टीम ने कई मौके पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिखाया है और आज यह दुनिया की मजबूत और सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट टीमों में से एक मानी जाती है। फिलहाल यह पहली बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची है जिसका सामना आस्ट्रेलिया (AUS vs SA) से होना है।