5 खिलाड़ी जिनको न्यूजीलैंड और बांग्लादेश दौरे से किया गया नजरअंदाज, चौथा नाम कर देगा हैरान न्यूजीलैंड दौरे और बांग्लादेश दौरे पर होने वाले टी20, वनडे और टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया ने अपने स्क्वाड की घोषणा कर दी है। टीम इंडिया ने इन दौरों के लिए 4 अलग-अलग स्क्वाड की घोषणा की है। अगर इन सभी सक्वाड की बात करें, तो विश्व कप स्क्वाड की तरह ही कुछ नामों का इन सक्वाड में होना और कुछ का न होना चौंकाने वाला है। आज ऐसे ही कुछ खिलाड़ियों की बात करेंगे, जिन्हें इन दोनों दौरों के लिए घोषित सक्वाड में मौका मिलना चाहिए था, लेकिन दुर्भाग्यवश मिला नहीं। By puneet sharma 01 Nov 2022 | एडिट 01 Nov 2022 11:22 IST in Cricket New Update न्यूजीलैंड दौरे और बांग्लादेश दौरे पर होने वाले टी20, वनडे और टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया ने अपने स्क्वॉड की घोषणा कर दी है। टीम इंडिया ने इन दौरों के लिए 4 अलग-अलग स्क्वाड की घोषणा की है। अगर इन सभी सक्वॉड की बात करें, तो विश्व कप स्क्वॉड की तरह ही कुछ नामों का इन स्क्वॉड में होना और कुछ का न होना चौंकाने वाला है। आज ऐसे ही कुछ खिलाड़ियों की बात करेंगे, जिन्हें इन दोनों दौरों के लिए घोषित स्क्वॉड में मौका मिलना चाहिए था, लेकिन दुर्भाग्यवश मिला नहीं। ये भी पढ़े - क्या खत्म हुआ Dinesh Karthik का करियर? न्यूजीलैंड दौरे से ड्रॉप होने के बाद सामने आया मुख्य चयनकर्ता का बयान 1- पृथ्वी शॉ अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए विख्यात पृथ्वी शॉ को पिछले काफी समय से भारतीय चयनकर्ताओं द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है। पृथ्वी शॉ अंतिम बार टीम इंडिया के लिए जुलाई 2021 में खेले थे। उसके बाद से टीम इंडिया के लिए उन्होंने कोई मैच नहीं खेला है। तब उन्होंने अपना एकमात्र टी20 मैच खेला। जिसमें वो दुर्भाग्यवश अपना खाता नहीं खोल सके। पृथ्वी ने टीम इंडिया के लिए अब तक मात्र 6 वनडे ही खेले हैं, इन मैचों में उन्होंने लगभग 32 की औसत से 189 रन बनाए हैं, इन मैचों में उनका स्ट्राइक रेट लगभग 114 का रहा है। इसके अलावा 22 वर्षीय पृथ्वी टीम इंडिया के लिए टेस्ट क्रिकेट भी खेल चुके हैं, इन मैचों में उन्होंने 1 शतक और 2 अर्धशतक के साथ 339 रन बनाए हैं। इस साल लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे पृथ्वी शॉ को एक बार फिर नजरअंदाज कर दिया गया। इस समय जारी सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। वो इस टूर्नामेंट में अब तक 7 मैचों में 285 रन बना चुके हैं। उनकी स्ट्राइक रेट लगभग 48 और स्ट्राइक रेट लगभग 200 का रहा है। लेकिन फिर भी उनका चयन नहीं किया गया, जबकि उन्हें कम से कम टी20 और वनडे में तो सिलेक्ट किया जाना चाहिए था। 2- सरफराज खान सरफराज खान एक और ऐसा नाम हैं, जिनकी उनके हालिया प्रदर्शन को देखते हुए टेस्ट टीम में निश्चित जगह बनती थी। लेकिन लगातार अच्छे प्रदर्शन के बावजूद उनको फिर नजरअंदाज कर दिया गया। मुंबई के इस खिलाड़ी ने पिछले कुछ समय में रणजी ट्रॉफी सहित सभी टूर्नामेंटों में रनों का अंबार लगा दिया है। सरफराज ने इस साल रणजी ट्रॉफी में 6 मैचों में 982 रन बनाए हैं, उनकी औसत 122.75 की रही थी। उन्होंने इस टूर्नामेंट में 4 शतक और 2 अर्धशतक लगाए थे। इसके अलावा दिलीप ट्रॉफी सहित अन्य घरेलू टूर्नामेंटों में भी उनका प्रदर्शन प्रभावशाली रहा है। वो लगातार टेस्ट टीम में प्रवेश के लिए दरवाजा खटखटा रहे हैं। लेकिन फिर भी उनके टेस्ट क्रिकेट खेलने का इंतजार अभी खत्म नहीं हुआ है। उम्मीद तो यही की जा रही है कि वो अपने इसी तरह के प्रदर्शन से चयनकर्ताओं को टीम में लेने के लिए विवश कर देंगें। ये भी पढ़े - पंत से पहले कार्तिक को मौका देने पर भड़के वीरेंद्र सहवाग, बोले- वो ऑस्ट्रेलिया में खेले ही नहीं, फिर क्यों... 3- रवि बिश्नोई युवा स्पिनर रवि बिश्नोई को एशिया कप सहित कई बार हालिया समय में टीम इंडिया के लिए खेलने का मौका मिला है। उन्होंने अधिकांश मौकों पर निराश भी नहीं किया है। विश्व कप में भी वो रिजर्व खिलाड़ी के तौर पर शामिल थे। लेकिन अब उन्हें पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया है। रवि बिश्नोई ने अभी तक टीम इंडिया के लिए 10 टी20 मैच खेले हैं इसमें उन्होंने 16 विकेट लिए हैं। इसके अलावा उन्होंने 1 वनडे मैच भी खेला है, जिसमें उनको एक विकेट मिला है। उनका एशिया कप में प्रदर्शन बड़ा शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ प्रेशर वाले मैच में भी जबरदस्त प्रदर्शन किया था। अंडर 19 से लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहे रवि बिश्नोई का प्रदर्शन IPL में काफी अच्छा रहा है। उन्होंने 37 मैचों में 37 विकेट लिए हैं। उन्हें दोनों में से किसी भी दौरे के नहीं चुना गया है। जबकि उन्हें टी20 और वनडे में तो मौका मिलना चाहिए था। 4- जयदेव उनादकट जयदेव उनादकट भी काफी समय से लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। टीम इंडिया के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट खेल चुके जयदेव उनादकट को काफी समय से अच्छे प्रदर्शन के बावजूद टीम इंडिया में वापसी का अवसर नहीं मिला है। 2010 में टीम इंडिया के लिए डेब्यू करने वाले उनादकट को 2018 के बाद से टीम इंडिया के लिए खेलने का मौका नहीं मिला है। उनादकट ने टीम इंडिया के लिए 1 टेस्ट मैच 2010 में खेला था, जिसमें उन्हें कोई सफलता नहीं मिली थी। उनको अपने दूसरे टेस्ट मैच का इंतजार करते हुए 12 साल बीत गए हैं। इसके अलावा उन्होंने 7 वनडे में 8 विकेट किए हैं, वहीं 10 टी20 मैचों में उन्होंने 14 विकेट लिए हैं। जबकि वो इस समय घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उनके प्रदर्शन और अनुभव को देखते हुए कहा जा सकता है कि उन्हें टेस्ट क्रिकेट में नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए था। उनके प्रदर्शन के आधार पर बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट टीम में उनकी जगह बनती थी। इसलिए उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ होने वाली टेस्ट टीम में चुना जाना चाहिए था। ये भी पढ़े - प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोले राहुल द्रविड़, 'मेरे और रोहित के दिमाग में साफ है कि कौन ओपनिंग करेगा' 5- हनुमा विहारी कुछ समय पूर्व तक हनुमा विहारी टेस्ट टीम के रेगुलर मेंबर हुआ करते थे, उनका प्रदर्शन भी खराब नहीं था। लेकिन फिर भी उन्हें इस बार नजरअंदाज कर दिया गया। हनुमा विहारी ने अब तक टीम इंडिया के लिए कुल 16 टेस्ट मैच खेले हैं, इन मैचों में उन्होंने 839 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका औसत लगभग 34 का रहा है। उन्होंने 1 शतक और 5 अर्धशतक लगाया है। 2018 में अपना करियर शुरू करने वाले हनुमा विहारी टीम इंडिया द्वारा इस साल जुलाई में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए टेस्ट में भी टीम में शामिल थे। खेले गए उनके अनुभव और प्रदर्शन को देखते हुए लगता है कि आंध्र प्रदेश के इस खिलाड़ी की टीम में जगह बनती थी। तकनीकी रूप से सक्षम वो एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिनकी टेस्ट टीम में जगह बनती थी। उन्हें टेस्ट टीम में शामिल किया जाना चाहिए था। #INDIA CRICKET TEAM #sarfaraz khan #t20cricket #odi cricket #testcricket #Test Cricket #Prithvi Shaw #jaydev unadkat #hanuma vihari #ravi bishnoi हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें! विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें अब सदस्यता लें यह भी पढ़ें Latest Stories Read the Next Article