बड़ी मुसीबत बनी बारिश बदल के रख दिया पूरे वर्ल्ड कप का गणित

ऑस्ट्रेलिया में टी-20 विश्व कप इस समय जारी है। लेकिन इस विश्व कप में बारिश लगातार रंग में भंग डाल रही है। अब तक कई मैच बारिश के कारण धुल चुके हैं। स्थिति ये है कि बारिश के कारण सेमी फाइनल में पहुँचने वाली टीमों का समीकरण भी बिगड़ गया है। अब तक मेलबर्न में सबसे ज्यादा मैच बारिश के कारण प्रभावित हुए हैं।  इस स्थिति को देख कर 1992 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में खेले गए वन डे विश्व कप की यादें फिर से ताज़ा हो गईं। तब भी कुछ ऐसी ही स्थिति बनी थी, और विश्व कप बारिश से प्रभावित हुआ था। बारिश के कारण

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By puneet sharma
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बड़ी मुसीबत बनी बारिश बदल के रख दिया पूरे वर्ल्ड कप का गणित

ऑस्ट्रेलिया में टी-20 विश्व कप इस समय जारी है। लेकिन इस विश्व कप में बारिश लगातार रंग में भंग डाल रही है। अब तक कई मैच बारिश के कारण धुल चुके हैं। स्थिति ये है कि बारिश के कारण सेमी फाइनल में पहुँचने वाली टीमों का समीकरण भी बिगड़ गया है। अब तक मेलबर्न में सबसे ज्यादा मैच बारिश के कारण प्रभावित हुए हैं। 

इस स्थिति को देख कर 1992 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में खेले गए वन डे विश्व कप की यादें फिर से ताज़ा हो गईं। तब भी कुछ ऐसी ही स्थिति बनी थी, और विश्व कप बारिश से प्रभावित हुआ था। बारिश के कारण काफी मैच प्रभावित हुए, और इस कारण कुछ टीमों को इसका फायदा और कुछ को इसका नुकसान  हुआ। 

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क्या बारिश के कारण मैच प्रभावित होने से रोक पाना संभव है?

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अब ऑस्ट्रेलिया जैसे देश में जहां सभी आधुनिक सुविधाएं युक्त स्टेडियम उपलब्ध हैं, उस देश में बारिश के कारण इस तरह इतने मैचों का प्रभावित होना दुर्भाग्यपूर्ण है। 1992 के वनडे में भी यहां इसी तरह मैच प्रभावित हुए थे, लेकिन तब परिस्थितियां अलग थीं और अब अलग हैं। अब 30 साल बाद भी वही स्थिति बनना दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है। 

वो भी तब जब यहां कवर्ड स्टेडियम मौजूद हों और यहां का ड्रेनेज सिस्टम भी काफी अच्छा है। ICC को इस समस्या पर गंभीरता से विचार करना चाहिए, एक तो ऐसी जगहों पर जहां बारिश की संभावना हो, मैच नहीं रखने चाहिए। और अगर कहीं मौसम अचानक बदले भी तो, कम से कम ऑस्ट्रेलिया जैसे देश में जहां आसपास में कवर्ड स्टेडियम उपलब्ध हैं, मैच ट्रांस्फर कर देने चाहिए। 

बारिश से इतने ज्यादा मैच प्रभावित होने की इस गंभीर समस्या पर कई खिलाड़ियों और विशेषज्ञों ने भी चिंता जताई है। क्योंकि बारिश ने इस विश्व कप का सारा गणित ही बिगाड़ दिया है। दक्षिण अफ्रीका, अफगानिस्तान, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों को इसका नुकसान उठाना पड़ा है। 

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ये मैच हुए हैं बारिश से प्रभावित 

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24 अक्टूबर को होबार्ट में दक्षिण अफ्रीका और जिम्बाब्वे के बीच खेले गए मैच का बारिश के कारण रिजल्ट नहीं आ सका। जीत की ओर अग्रसर दक्षिण अफ्रीका का रास्ता बारिश ने रोक लिया और दोनों टीमों को 1-1 अंक मिला। इसके बाद 26 अक्टूबर को मेलबर्न में खेले गए इंग्लैंड और आयरलैंड के मैच में भी बारिश का साया पड़ा। लेकिन इस मैच में इतने ओवर हो चुके कि रिजल्ट आ सके, इसलिए इतना फर्क नहीं पड़ा। 

इसके बाद इसी दिन इसी मैदान पर न्यूजीलैंड और अफगानिस्तान का मैच भी बिना एक भी गेंद फेंके धुल गया। इसके बाद 28 अक्टूबर को मेलबर्न में होने वाले दोनों मैच भी बिना एक भी गेंद फेंके अनिर्णित रहे। 

पहले अफगानिस्तान और आयरलैंड के बीच होने वाला मैच बारिश ने धो दिया। इसके बाद फिर इंग्लैंड और मेजबान ऑस्ट्रेलिया का महत्वपूर्ण मैच भी बारिश की भेंट चढ़ गया। इससे पहले कुछ अभ्यास मैच भी बारिश ने धो दिए थे। और अब आगे के कुछ मैचों में भी बारिश की आशंका जताई जा रही है।   
 

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