टी20 वर्ल्ड कप 2022 का फाइनल मैच पाकिस्तान बनाम इंग्लैंड के बीच ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में खेला गया था। जहां पाकिस्तान की टीम को 5 विकेट से हराते हुए इंग्लैंड ने दूसरी टी20 वर्ल्ड कप ट्रॉफी पर कब्जा कर लिया है। लेकिन अगर इस मुकाबले में नतीजे कुछ और होते तो पाकिस्तान की टीम भारत के साथ तीन वर्ल्ड कप ट्रॉफी जीतने की बराबरी लेती।
आपको बता दें, भारत ने कपिल देव की कप्तानी में पहली बार 1983 का वर्ल्ड कप, इसके बाद 2007 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टी20 वर्ल्ड कप और 2011 में धोनी की कप्तानी में ही तीसरी बार विश्व कप खिताब अपने नाम किया है। पाकिस्तान के नाम इमरान खान की कप्तानी में 1992 वर्ल्ड कप और यूनुस खान की कप्तानी में 2009 का वर्ल्ड कप जीतने का रिकॉर्ड दर्ज है।
भारत के पास मौजूद तीन आईसीसी वर्ल्ड कप ट्रॉफी
1983 (कपिल देव)
कपिल देव की कप्तानी में पहली बार इंग्लैंड के लॉर्ड्स पर भारतीय टीम ने फाइनल में वेस्टइंडीज को 43 रन से हरा कर एक नया इतिहास लिखा था। भारतीय क्रिकेट के इतिहास का यह सबसे खास दिन था, जिसके बाद से देश में क्रिकेट को देखने और खेलने का नजरिया ही बदल गया।
25 जून 1983 को इस फाइनल मुकाबले में वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया था। भारतीय टीम 54.4 ओवर में 183 रन बना कर ऑलआउट हो गई, जिसके बाद बल्लेबाजी करने आई वेस्टइंडीज की टीम 52 ओवर में 140 रन के स्कोर पर ऑलआउट हो गई। इस मैच में मोहिंदर अमरनाथ को 3 विकेट लेने और 26 रन बनाने के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का ख़िताब दिया गया था।
2007 (महेंद्र सिंह धोनी)
24 सितम्बर 2007 को दक्षिण अफ्रीका के जोहानेसबर्ग में खेले गए इस टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। इसके बाद टीम इंडिया ने 20 ओवर में 5 विकेट खोकर 157 रन का स्कोर खड़ा किया था।
जवाब में पाकिस्तान की पूरी टीम 19.3 ओवर में 152 रन के स्कोर पर ऑल आउट हो गई। और भारत ने 5 रन से इस मुकाबले को जीत लिया। इस मैच में इरफान पठान को 4 ओवर में महज 16 रन देते हुए 3 विकेट लेने के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का अवार्ड दिया गया था।
2011 (महेंद्र सिंह धोनी)
02 अप्रैल 2011 को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए इस फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने श्रीलंका के ऊपर 6 विकेट की बड़ी जीत दर्ज की थी। इस मुकाबले में श्रीलंका ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 274 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया था।
जिसके जवाब में भारतीय टीम ने 48.2 ओवर में 4 विकेट खो कर 275 रन का लक्ष्य आसानी से पा लिया। इस मैच में गौतम गंभीर ने 97 रन और प्लेयर ऑफ द मैच महेंद्र सिंह धोनी ने 91* नाबाद रन बनाए थे।
पाकिस्तान के पास तीसरी बार खिताब जीतने का था मौका
1992 (इमरान खान)
25 मार्च 1992 को इमरान खान की कप्तानी में पाकिस्तान की टीम ने ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में पहली बार आईसीसी विश्व कप के इतिहास में वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया था। इस मैच में पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 6 विकेट की नुकसान पर 249 रन बनाए थे।
जिसके जवाब में इंग्लैंड की पूरी टीम 49.2 ओवर में 227 रन के स्कोर पर ऑल आउट हो गई। इस मुकाबले में पाकिस्तान ने इंग्लैंड को 22 रन से हरा कर अपना पहला विश्व कप खिताब जीता था। इस फाइनल मैच में वसीम अकरम को 18 बॉल पर 33 रन और गेंदबाजी में 49 रन देते हुए 3 विकेट लेने के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का अवार्ड दिया गया था। कप्तान इमरान खान ने इस मैच में 72 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली थी।
2009 (यूनुस खान)
21 जून 2009 को लंदन के लॉर्ड्स में पाकिस्तान बनाम श्रीलंका के बीच फाइनल मैच खेला गया था। श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 138 रन बनाए थे। जिसके जवाब में पाकिस्तान ने 18.4 ओवर में ही 2 विकेट खोकर इस लक्ष्य को पा लिया।
इस मैच में पाकिस्तान की तरफ से शाहिद आफरीदी को 40 बॉल पर 54 रन बनाने और गेंदबाजी में 1 विकेट लेने के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का अवार्ड दिया गया।
2022 में हुए टी20 वर्ल्ड कप में बाबर आजम की कप्तानी में एक बार फिर पाकिस्तान की टीम मेलबर्न में फाइनल मुकाबले तक पहुंची थी, अगर वो इस मुकाबले को जीत जाती तो पाकिस्तान भी तीसरी बार विश्व कप का ख़िताब अपने नाम कर भारत की बराबरी कर लेता।
किस देश ने जीते हैं कितने आईसीसी ट्रॉफी, यह टीम है अव्वल
बात अगर सबसे ज्यादा आईसीसी ट्रॉफी जीतने की करें तो लिस्ट में सबसे आगे ऑस्ट्रेलिया - (8), भारत - (5), वेस्टइंडीज - (5), इंग्लैंड - (3), पाकिस्तान - (3), श्रीलंका - (3), न्यूज़ीलैंड - (2) और साउथ अफ्रीका ने (1) बार यह खिताब अपने नाम किया है।