LIVE Ground Report : मध्य प्रदेश ने मुंबई को चखाया खड़ूस बल्लेबाज़ी का स्वाद 

खड़ूस बल्लेबाज़ी के लिये मुंबई को हमेशा से जाना जाता रहा है, हालात कैसे भी हैं, सामने कोई भी टीम हो, लीग स्टेज हो या फ़ाइनल मुंबई के बल्लेबाज़ होने का मतलब है ख

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By Rohit Juglan
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LIVE Ground Report : मध्य प्रदेश ने मुंबई को चखाया खड़ूस बल्लेबाज़ी का स्वाद 

live ground report by Rohit Juglan & Dheeraj Singh : खड़ूस बल्लेबाज़ी के लिये मुंबई को हमेशा से जाना जाता रहा है, हालात कैसे भी हैं, सामने कोई भी टीम हो, लीग स्टेज हो या फ़ाइनल मुंबई के बल्लेबाज़ होने का मतलब है खड़ूस बल्लेबाज़ी लेकिन इस पूरे सीजन मध्य प्रदेश के बल्लेबाज़ों ने मुंबई की इस शैली को अपने पाले में खींचा है और रणजी फ़ाइनल की एक ही पारी में तीन शतक इस बात पर मुहर लगाते हैं. 

मध्य प्रदेश की फ़ाइनल में बल्लेबाज़ी की शुरुआत ज़रूर उनके मुताबिक़ नहीं हुई मध्य प्रदेश के लिये सेमीफ़ाइनल में 'मैन आफ द मैच' रहे हिमांशु मंत्री 31 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन दूसरे दिन की शाम से ही शुभम शर्मा के बल्ले से जो पारी निकलनी शुरू हुई वो ये बता रही थी कि उनका अंदाज इस फ़ाइनल में क्या होगा?

शाम आते ही रनों की गति को बढ़ाना शुरू कर दिया

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शुभम शर्मा ने दूसरे दिन की शाम आते ही रनों की गति को बढ़ाना शुरू कर दिया था उन्होंने देशपांडे की गेंद में शानदार कवर ड्राइव लगाकर खाता खोला और फिर लगातार रन आते रहे हिमांशु मंत्री और यश दुबे के रहते हुए जो रन रेट 2.60 से 2.70 के पास था वो शुभम के आने के बाद लगातार 3.30 के आस-पास रह रहा था तीसरे दिन की सुबह जो पहला ही ओवर शुभम ने खेला उसमें उन्होंने देशपांडे को दो चौके जड़ इरादे साफ़ कर दिये और इसके बाद रन लगातार आते गए.

एकतरफ़ शुभम की तेज़ी मुंबई को परेशान कर रही थी तो दूसरी तरफ़ यश का धैर्य और अनुशासन जहां ग़लतियों की कोई गुंजाइश थी ही नहीं, शुभम को तो फिर भी तीसरे दिन जीवनदान भी मिला, लेकिन यश ने दूसरी ओर खूंटा गाड़ दिया था, इस बीच दिन में ऐसे मौक़े भी कई आए जब पृथ्वी और सरफराज को बाक़ी के खिलाड़ियों के साथ रणनीति को लेकर बातचीत करते देखा, लेकिन इन चर्चाओं का कोई फ़ायदा नहीं नज़र आ रहा था.

तीसरे दिन भी सिद्धू मूसेवाला को किया गया याद 

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विकेट निकालना तो छोड़िये रनों की गति में अंकुश लगाना भी मुम्बई के गेंदबाज़ों के लिये मुश्किल हो रहा था यश और शुभम के बीच साझेदारी पहले शतकीय हुई और फिर 150 रनों की लंच से ठीक पहले यश ने अपना शतक भी पूरा किया जिसके बाद उन्होंने दो दिलचस्प चीज़ें की पहली वो जो हमने केएल राहुल को करते देखा है यानी (Shut out the noise) ये उनके आलोचकों को उनका जवाब था और फिर लगातार दूसरे दिन चिन्नास्वामी में सिद्धू मूसेवाला को उन्हीं के अंदाज़ में याद किया यानी जो सरफराज ने मैच के दूसरे दिन किया था वो यश ने तीसरे दिन किया.

हाँ ये कहानी कम ही लोगों को पता है कि सरफराज पूरे दिन यश को उकसा रहे थे, यहाँ से मुक़ाबले को अपनी रफ़्तार और अपनी शर्तों में मध्य प्रदेश के ये दोनों बल्लेबाज़ ले जा रहे थे इस बीच शुभम ने भी अपना शतक पूरा किया ये उनका इस सीजन में चौथा शतक था.

मुंबई को जीत के लिये चमत्कार से कम कुछ नहीं चाहिए

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दोनों बल्लेबाज़ों के शतक पूरे हो चुके थे और मुंबई के गेंदबाज़ों के पास कोई प्लान नज़र ही नहीं आ रहा था, जैसे बल्लेबाज़ी हम मुंबई से देखने के आदि थे वो बल्लेबाज़ी मध्य प्रदेश की टीम कर रही थी फिर 73.1 ओवर और 349 मिनट बाद जब से साझेदारी टूटी तो मध्य प्रदेश मैच में पकड़ मज़बूत कर रही थी और इस मज़बूती के लिये मैदान पर आया वो बल्लेबाज़ जिसने इस IPL सीजन इस शहर के लोगों से काफ़ी प्यार कमा लिया है.

रजत पाटीदार RCB….... RCB के चांट के साथ मैदान पर आए और आते ही शॉट्स खेलने शुरू कर दिये उनका हर नया शॉट उनके हर बीते शॉट की तुलना में बेहतर था तीसरे दिन खेल ख़त्म होते-होते पाटीदार की तेज पारी ने मध्य प्रदेश को बेंगलुरू से महज़ 6 रन पीछे छोड़ा था, जो चौथे दिन की शुरूआत के साथ ही पीछे छूट गया इसके बाद शुरू हुई बढ़त और पाटीदार चल पड़े उस शतक की तरफ़ जिसके आने का मतलब मुंबई को 42वीं ट्रॉफी से और दूर करना बैकफ़ुट पर पंच के साथ पाटीदार ने अपना शतक भी पूरा किया.

इस सीजन सबसे ज़्यादा रन बनाने के मामले में वो दूसरे नंबर पर भी आ गए इसके बाद आउट होने से पहले रजत पाटीदार मध्य प्रदेश को वहाँ पहुँचे चुके थे, जहां से मुंबई को जीत के लिये चमत्कार से कम कुछ नहीं चाहिए. बता दें कि मुंबई ने अपनी पहली पारी में 374 रन का स्कोर बनाया था, जवाब में चौथे दिन के चायकाल तक मध्य प्रदेश 9 विकेट के नुकसान पर 529 रन बना चुकी है. मध्य प्रदेश की कुल बढ़त अब तक 155 रन बना चुकी है. 

 

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