birthday spacial : जहीर खान, भारतीय तेज गेंदबाजी की पताका को आगे ले जाने वाला गेंदबाज

भारत जैसे देश में जहाँ हमेशा ही स्पिनरों का बोलबाला रहा है, वहाँ एक तेज गेंदबाज होना, वो भी स्ट्राइक बॉलर होना और निरन्तर अच्छा प्रदर्शन करना कतई आसान नहीं होता है। एशियाई पिचें हमेशा ही स्पिनरों और बल्लेबाजों के लिए मददगार रहीं हैं। ये पिचें तेज गेंदबाजों के लिए हमेशा कब्रगाह साबित हुई हैं। वैसे भी क्रिकेट को बल्लेबाजों का ही गेम माना जाता है, और ये माना जाता है कि गेंदबाजों का काम केवल पिटाई खाना ही है।  लेकिन कपिल देव के बाद जिस खिलाड़ी ने इन धारणाओं को झुठलाया है, वो कोई और नहीं जहीर खान हैं

author-image
By puneet sharma
New Update
birthday spacial : जहीर खान, भारतीय तेज गेंदबाजी की पताका को आगे ले जाने वाला गेंदबाज

भारत जैसे देश में जहाँ हमेशा ही स्पिनरों का बोलबाला रहा है, वहाँ एक तेज गेंदबाज होना, वो भी स्ट्राइक बॉलर होना और निरन्तर अच्छा प्रदर्शन करना कतई आसान नहीं होता है। एशियाई पिचें हमेशा ही स्पिनरों और बल्लेबाजों के लिए मददगार रहीं हैं। ये पिचें तेज गेंदबाजों के लिए हमेशा कब्रगाह साबित हुई हैं। वैसे भी क्रिकेट को बल्लेबाजों का ही गेम माना जाता है, और ये माना जाता है कि गेंदबाजों का काम केवल पिटाई खाना ही है। 

लेकिन कपिल देव के बाद जिस खिलाड़ी ने इन धारणाओं को झुठलाया है, वो कोई और नहीं जहीर खान हैं। जहीर खान ने अपने करियर में सभी फॉर्मेट में निरन्तर शानदार प्रदर्शन किया है। जहीर ने अपनी रिवर्स स्विंग गेंद से दुनियाभर के बल्लेबाजों को परेशान करके रखा। जहीर ने नकल बॉल का आविष्कार भी किया, जिसका प्रयोग करके दुनियाभर के गेंदबाजों ने बल्लेबाजों की नाक में दम कर के रखा है। 

कुछ बल्लेबाज इस बाएं हाथ के गेंदबाज से बड़ा खौफ खाते थे, खास तौर पर बाएं हाथ के बल्लेबाज। इनमें सबसे ऊपर नाम ग्रीम स्मिथ का आता है, जो 13 बार उनके खिलाफ आउट हुए। इसके अलावा उन्होंने कुमार संगकारा को 11 बार आउट किया, तो वहीं उन्होंने जयसूर्या और मैथ्यू हेडेन को 10-10 बार आउट किया। 

जैक के उपनाम से मशहूर जहीर ने गेंद के अलावा कई बार बल्ले के साथ भी हाथ दिखाए हैं। उनकी यादगार पारियों में एक बार वन डे में तेज गेंदबाज हेनरी ओलंगा को लगाए गए 4 छक्के वाली पारी भी शामिल है। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सन 2000 की सीरीज में चेन्नई के अंतिम टेस्ट में खेली गई पारी भी शामिल है। 

इस पारी में उन्होंने भले ही खाता भी नहीं खोला हो, लेकिन उन्होंने एक छोर संभाले रखा और विकेट नहीं गिरने दिया। जिससे दूसरे छोर से समीर दीघे रन बना सकें, और आखिरकार जब वो आउट हुए तब तक भारत की जीत लगभग सुनिश्चित हो चुकी थी। इसके अलावा भी उन्होंने कई अच्छी पारियां खेलीं।  

ऐसे रहे हैं जहीर खान के करियर के आंकड़ें

publive-image

जहीर खान ने भारत के लिए 92 टेस्ट मैच खेले, इस मैचों में उन्होंने 311 विकेट 32.95 की औसत के साथ लिए। 87 रन देकर 7 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। उन्होंने एक मैच में 1 बार 10 विकेट और एक पारी में 11 बार 5 विकेट लिए। इस दौरान उनके बल्ले से 11.94 की औसत से 1230 रन भी निकले, जिसमें 75 रन के सर्वोच्च स्कोर के साथ 3 अर्धशतक भी निकले। 

वन डे की बात की जाए तो जहीर ने 200 वन डे खेलकर 29.44 की औसत से 282 विकेट लिए। इसमें एक बार 5 विकेट लेने का कारनामा भी शामिल है। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 42 रन देकर 5 विकेट लेना शामिल है। इसके अलावा इन मैचों में उन्होंने बल्लेबाजी करते हुए 12 की औसत से 792 रन भी बनाए हैं। 34 नाबाद रन उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है। 

Latest Stories