बचपन से एक बात शायद हर क्रिकेटप्रेमी सुनते आ रहे होंगे, कि टीम इंडिया का भार उठाना इतना आसान काम नहीं है, लेकिन फिर आता है दुनिया का सबसे लोकप्रिय टी20 लीग आईपीएल. अब आपको भारत का कप्तान बनना है तो आईपीएल में 4-5 कप आपके नाम जरूर होने चाहिए, फिर क्या फिर आसानी से आपको 130 करोड़ देशवासियों का नेतृत्व करने के लिए भारत की कप्तानी आसानी से मिल जाएगी.
लौटते है वर्तमान में, एशिया कप 2022 में टीम इंडिया अब लगभग फाइनल की रेस से बाहर ही हो गई है, और यकीन मानिए जितनी घटिया क्रिकेट भारतीय टीम ने खेला है वो कहीं से भी फाइनल तक पहुंचने के हकदार भी नहीं थे, अब उन्हें फाइनल में पहुंचने के लिए दूसरे टीमों पर निर्भर रहना पड़ेगा.
रोहित शर्मा की बेहद खराब कप्तानी
एशिया कप 2022 के शुरू होते ही अपने पहले ही मैच में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हरा कर क्या खूब अच्छी शुरुआत की थी, हालांकि उस मैच में भी देखे तो महज 147 रन के लक्ष्य तक पहुंचने में भारत को 19.4 ओवर का इंतजार और अपने 5 विकेट खोने पड़े थे.
इसके बाद भारत अपना दूसरा मैच हांगकांग जैसी कमजोर टीम के खिलाफ खेलने उतरती है और यहीं से कप्तान रोहित शर्मा का टेस्ट शुरू होता है, जी हां, हांगकांग के खिलाफ होनेवाले मैच से, इस मैच में भारतीय टीम की 40 रन से जीत होती है, लेकिन ताज्जुब की बात है, कि भारतीय गेंदबाजी के सामने वो हांगकांग की टीम पूरी 20 ओवर खेलकर 5 विकेट के नुकसान पर 152 रन तक पहुंच जाती है जिस हांगकांग को पाकिस्तान 10.4 ओवर में 38 रन पर ऑल-आउट कर देती है.
अब भारतीय टीम अपना तीसरा मैच 04 सितम्बर को पाकिस्तान के खिलाफ खेलने उतरती है, इस मैच में कप्तान रोहित शर्मा मैच से पहले ही नर्वस और कन्फ्यूज्ड नजर आ रहे थे, इसकी सबसे बड़ी वजह रविन्द्र जडेजा का चोट के चलते एशिया कप से बाहर होना. लेकिन क्या एक ख़िलाड़ी के एशिया कप से बाहर होने पर आप इस तरह से पैनिक करोगे की पाकिस्तान के खिलाफ इस मैच में 5 विकेट से हार जाओ.
पाकिस्तान के खिलाफ 04 सितम्बर को खेले अपने तीसरे मैच में कप्तान रोहित शर्मा ने सबसे बड़ी गलती जडेजा का रिप्लेसमेंट बन कर आए अक्षर पटेल और इन्फॉर्म फिनिशर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक को मौका ना देकर सबके लाडले ऋषभ पंत और दीपक हुड्डा को मौका देकर किया. इस मैच में हार की बड़ी वजह ख़राब कप्तानी रही लेकिन हार का सारा ठीकरा बे-मतलब में अर्शदीप सिंह के सर फोड़ा गया.
06 सितम्बर 2022 इस एशिया कप का अपना चौथा मैच भारतीय टीम श्रीलंका के खिलाफ खेलने उतरती है, उस श्रीलंका के खिलाफ जिसका हालिया प्रदर्शन कुछ खास नहीं था, इस टूर्नामेंट के अपने पहले ही मैच में अफगानिस्तान ने श्रीलंका को बुरी तरह हराया था. उस श्रीलंका से भारतीय टीम कल रात 6 विकेट से हार जाती है. वो भी ऐसे वक़्त में जब भारत के लिए करो या मरो का मुकाबला हो.
इस बार तो कप्तान रोहित कुछ ज्यादा ही कन्फ्यूज्ड और घबराए नजर आ रहे थे, और श्रीलंका को अच्छे से पता था, कि भारतीय टीम इस वक़्त दवाब में है, उसी का उन्होंने फाएदा उठाया और अटैकिंग क्रिकेट खेला. रोहित शर्मा ने तो इस मैच में भी हद ही कर दिया जब प्लेइंग xi सामने आई.
मैनेजमेंट की तरफ से घटिया टीम सिलेक्शन और फेवरिटिज़म
फिर से दिनेश कार्तिक को नजरंदाज कर लापरवाह ऋषभ पंत और आखिरी मैच में पाकिस्तान के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने वाले रवि बिश्नोई को बैठा कर रविचन्द्र अश्विन को मौका दिया जाना. दीपक हुड्डा का आखिरी दोनों मैच में बतौर बल्लेबाज खिलाना और उनसे गेंदबाजी नहीं कराने का कप्तान और कोच का यह फैसला बिल्कुल सबकी समझ से परे था.
इस एशिया कप के शुरुआत में ही जब स्क्वाड की घोषणा हुई, पहले तो वो ही सबके समझ से परे था, इस स्क्वाड में सिर्फ 3 तेज गेंदबाज का होना, ऐसे प्लेयर्स होने जिनके साथ सही कॉम्बिनेशन नहीं बन पाना, मोहम्मद शमी, शिखर धवन, संजू सैमसन को नजरंदाज़ करना बस यही वो वजह है जो आज टीम इंडिया पर भारी पड़ गई.
और जैसा की सभी जानते हैं, स्क्वाड से जुड़ी कोई भी फैसला बिना कोच और कप्तान के मर्जी के नहीं होता. हाल ही में मैंने अपने एक आर्टिकल में पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी मोहम्मद हफीज के स्टेटमेंट का जिक्र किया था, जिसमे उन्होंने रोहित शर्मा के लिए उसी बात का जिक्र किया है जो इस वक़्त रोहित के साथ हो रहा है.
आज सच में क्रिकेट प्रेमी भारत के 2 सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली की कप्तानी को मिस कर रहे हैं, एक ऐसा कूल कप्तान जिसने भारत को तीनो आईसीसी फॉर्मेट में चैंपियन बनाया, तो दूसरे एग्रेसिव कप्तान विराट कोहली जिसने अपनी कप्तानी में भारत को आक्रामक होकर खेलना और कोच रवि शास्त्री के साथ मिलकर गेंदबाजों को 10 विकेट लेना सिखाया.
जिसकी बदौलत ही भारतीय टीम ने सभी सेना देश यानी साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशो में जाकर ना सिर्फ सीरीज जीती है बल्कि भारत को तीनो फॉर्मेट में लम्बे वक़्त तक नंबर 1 भी बनाया था. आज कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा की जुगलबंदी हर किसी के समझ से परे हैं, इससे सबसे बड़ा नुकसान भारतीय क्रिकेट और उसके टैलेंट का हो रहा है.