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Chetan Sharma, Rohit Sharma, Virat Kohli: टीम इंडिया के चीफ सिलेक्टर चेतन शर्मा ने मंगलवार को कई सनसनीखेज खुलासे किए। एक न्यूज चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में शर्मा ने बताया कि भारतीय खिलाड़ी खुद को फिट रखने के लिए इंजेक्शन लेते हैं। उन्होंने कहा, 'भारतीय क्रिकेट अगर 80 प्रतिशत फिट होते हैं तो 100% फिट होने के लिए इंजेक्शन लेते हैं। इंजेक्शन की दवा डोप टेस्ट नहीं पकड़ी जाती है।' मुख्य चयनकर्ता ने कहा, 'नकली फिटनेस के लिए इंजेक्शन लेने वाले इन सभी प्लेयर्स के पास अपने डॉक्टर हैं। ये डॉक्टर ही प्लेयर्स को शॉट्स मुहैया कराते हैं। ताकि उन्हें प्रमुख सीरीज या टूर्नामेंट से पहले पूरी तरह से फिट माना जा सके।'
आराम के नाम पर खिलाड़ी बाहर
शर्मा ने खुलासा किया कि बड़े खिलाड़ियों को आराम के नाम पर बाहर किया जाता है। अगर नए प्लेयर को मौका देना है तो किसी बड़े प्लेयर को ब्रेक दे दो। उन्होंने कहा कि रोहित मुझसे आधे घंटे बात करते हैं वहीं हार्दिक पंड्या घर आते रहते हैं। कोहली की कप्तानी पर उन्होंने कहा, 'विराट को लगा कि BCCI के तत्कालीन अध्यक्ष सौरव गांगुली की वजह से उनकी कप्तानी गई है। ऐसा नहीं है, चयन समिति की वीडियो कॉन्फ्रेंस में 9 लोग थे। दादा ने विराट से कहा था कि कप्तानी छोड़ने के बारे में एक बार सोच लो। मुझे लगता है कि कोहली ने इसे नहीं सुना।'
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रोहित-कोहली में सब ठीक
दक्षिण अफ्रीका सीरीज में कोहली ने पीसी में बेवजह ही कप्तानी का मुद्दा उठाया। कोहली ने कहा था, 'मुझे डेढ़ घंटे पहले बताया गया कि मुझे कैप्टंसी छोड़नी होगी। विराट, गांगुली पर पलटवार करना चाहते थे।' कोहली और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष गांगुली के बीच ईगो की लड़ाई थी। शर्मा ने कोहली ओर रोहित के बीच मनमुटाव की खबरों को नकारा। उन्होंने कहा, दोनों एक दूसरे का सम्मान करते हैं।
एनसीए में बड़ा घपला!
शर्मा ने खुलासा किया कि कुछ बड़े खिलाड़ियों को पूरी तरह फिट नहीं होने के बाद भी एनसीए की ओर से हरी झंडी दे दी जाती है। इसके बाद सिलेक्टर्स को उनके चयन के लिए फाइनल कॉल लेना होता है। बुमराह की चोट पर चीफ सिलेक्टर ने खुलासा किया, 'तेज गेंदबाज को 2022 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जबरदस्ती स्क्वॉड में शामिल गया था। बुमराह की चोट इतनी गंभीर थी कि अगर वह ऑस्ट्रेलिया में टी-20 विश्वकप का एक भी मैच खेलता तो सालभर के लिए क्रिकेट से बाहर हो जाता।'