सहवाग की मुल्तान पारी के दौरान पाक गेंदबाजों की कमियां गिना रहे थे 6 साल के अबरार, आज इंग्लिश टीम के 7 विकेट चटकाए

साल था 2004, मुल्तान टेस्ट जारी था और सहवाग का बल्ला पहले ही दिन से आग उगल रहा था। फिर क्या पेसर और क्या स्पिनर वीरू दोनों की ही ताबड़तोड़ कुटाई कर रहे थे। यहां से कई सौ किलोमीटर दूर एबटाबाद के शिनकियारी गांव में एक 6 साल लड़का पिता को अपनी कमेंट्री से परेशान कर रहा था।

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By Rohit Juglan
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सहवाग की मुल्तान पारी के दौरान पाक गेंदबाजों की कमियां गिना रहे थे 6 साल के अबरार, आज इंग्लिश टीम के 7 विकेट चटकाए

Abrar Ahmed, Pakistan vs England: साल था 2004, मुल्तान टेस्ट जारी था और सहवाग का बल्ला पहले ही दिन से आग उगल रहा था। फिर क्या पेसर और क्या स्पिनर वीरू दोनों की ही ताबड़तोड़ कुटाई कर रहे थे। यहां से कई सौ किलोमीटर दूर एबटाबाद के शिनकियारी गांव में एक 6 साल लड़का पिता को अपनी कमेंट्री से परेशान कर रहा था। 6 साल का बच्चा बता रहा था की सकलेन मुश्ताक की गेंदबाजी में कहा गलती है और उन्हें वीरू को कहां गेंदबाजी करनी चाहिए। पिता बेटे की कमेंट्री से इतने परेशान हुए कि उन्होंने उसे दूसरे कमरे में बंद कर दिया था। 

इंग्लैंड के 7 विकेट चटकाए

शुक्रवार को पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच दूसरा टैस्ट मैच शुरू हुआ। टॉस जीतकर इंग्लैंड ने सहवाग के अंदाज में ही बल्लेबाजी शुरू की। लेकिन उसी बच्चे ने इंग्लिश टीम को घुटनों पर ला दिया और एक दो या तीन या चार नहीं 7 विकेट चटकाए। फर्क इतना है कि आज वो 24 साल का नौजवान है और उसके दोस्त उसे हैरी पॉर्टर कहते हैं। हम और आप उसे अबरार अहमद के नाम से जानते हैं।

सुनील नरेन की दीवानगी है

इस खबर में हम बात करेंगे अबरार के उस सफर की जिसमें सुनील नरेन को लेकर कमाल की दीवनागी दिखती है। बिना ग्रिप बदले अलग-अलग वेरिएशन दिखाने वाला लड़का कैसे तमाम दिग्गजों को पहली बार सीजन बॉल फेंकते वक्त हैरानी में डाल देता है। जिसे देखते ही लोग अब्दुल कादिर का जिक्र करने लगे हैं, कैसे उसे 19 साल तक नहीं पता था कि अब्दुल कादिर हैं कौन और जो एक ऐसी चोट मात देकर ऊपर आया जिससे उसका करियर ही खत्म नहीं होता बल्कि वो कभी चल फिर भी न पाता।

बचपन से क्रिकेट को अहमियत दी

अधिकतर बच्चों की तरह अबरार की क्रिकेट भी टेप बॉल से शुरू होती है। पहले 4 साल वो यही खेलते हैं हालांकि उनकी अम्मी चाहती थीं कि वो इस्लामिक साइंस की तालीम हासिल करें। लेकिन 9 साल की उम्र में मां की बात ना मानते हुए उन्होंने क्रिकेट को अहमियत दी और सफर ऐसे ही शुरू हुआ इसके बाद कहानी में पहला बड़ा ट्विस्ट तब आता है जब अबरार को राशिद लतीफ अकेडमी में जारी ट्रायल का पता लगता है। जहां मुहम्मद मसरूर पाकिस्तान अंडर-19 कोच को अबरार की एक गी ग्रिप से अलग-अलग वैरियेशन देखकर हैरान थे।

पीएसएल में हुई एंट्री

लड़का सेम ग्रिप से कैरम बॉल, लेग स्पिन, गुगली और स्लाइडर सारे वैरिएशन डाल रहा था। जाहिर है कोई वैरिएशन रीड नहीं कर पा रहा था और ये पहली बार था जब हार्ड बॉल से अबरार ने गेंद की थी। साल  2016, अबरार 53 विकेट लेते हैं  जोनल U-19 कराची में और मसरूर साहब जो फील्डिंग कोच थे पाकिस्तान सुपर लीग में कराची किंग्स के वो वीडियो  तो राशिद लतीफ को भेजते हैं जो डायरेक्टर ऑफ क्रिकेट थे। इसके बाद 2017 में अबरार पीएसएल में कराची के लिए उभरते हुए खिलाड़ियों में से एक बन गए।

दिग्गजों को किया प्रभावित

पहले सीजन में ही मिकी आर्थर, कप्तान कुमार संगकारा, कीरोन पोलार्ड, क्रिस गेल हर कोई काफी प्रभावित था क्योंकि पेशावर जलमी के खिलाफ जहां इयोन मोर्गन ने 57 गेंद में 80 रन बनाए और उनके खिलाफ अबरार ने 16 गेंद फेंकी और केवल 17 रन दिए। अभी करियर को उड़ान मिल ही रही थी कि अबरार को स्टेज-फाइव स्ट्रेस फ्रैक्चर हुआ और वह दो साल तक मैदान से दूर हो गए। ये इतना गंभीर था कि अबरार को पैरालसिस हो सकता था। इस भयंकर चोट का मतलब था उम्मीदों को टूटना।

पिता ने हार नहीं मानने दी

लेकिन पिता ने कहा तू पठान का बच्चा हिम्मत नहीं हार सकता। उन्होंने अपनी जिंदगी का संघर्ष बताया कि कैसे उन्होंने 20 घंटे टैक्सी चलाई और परिवार को पाला। पिता का एक-एक शब्द बेटे को हर दिन नई ऊर्जा देता, लेकिन दुनिया थोड़ी दोनों बाहे खोलकर इनका इंतजार कर रही थी। PSL 2021 में खरीदारी नहीं मिल रही थी और कोच मसरूर को ये सलाह आ रही थी कि अबरार को ऑफ स्पिनर बना दो। इंग्लैंड की टीम हाल ही में विश्व कप से पहले 7 मैच की सीरीज के लिए पाकिस्तान आई तो उन्हें एक भी मैच में मौका नहीं दिया गया। लेकिन फिर आई काएदे आजम ट्रॉफी 2022-23 जहां 21.95 की औसत के अबरार ने 43 विकेट लिए।

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